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मुख्य अभियंता सिद्धार्थ सिंह ने कहा- नदी पाटकर अवैध रूप से बनी है सड़क, इसीलिए आ रही बाढ़

इस अवैध निर्माण के कारण क्षेत्र में जल निकासी पूरी तरह बाधित हो गई है, जिसके चलते किसानों की फसलें बर्बाद हो चुकी हैं और क्षेत्रीय किसानों में भारी आक्रोश है।
 

मुख्य अभियंता के बयान के बाद फर्जीवाड़े की खुली पोल

जानिए कैसे नदी पाटकर बनाई गई अवैध सड़क रोकी गई

PWD पर लापरवाही का आरोप

पांडेपुर-बुधवार गांव के पास बनी है डेढ़ किमी रोड

चंदौली जनपद के बबुरी क्षेत्र में बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लेने पहुंचे सिंचाई विभाग सोन के मुख्य अभियंता सिद्धार्थ सिंह ने शनिवार को निरीक्षण के दौरान एक बड़ी और गंभीर लापरवाही उजागर की। उन्होंने पाया कि पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा बिना अनुमति के नदी पाटकर एक सड़क का निर्माण किया गया है, जिसके कारण क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति विकराल हुई है।

ओल्ड गड़ई नदी पर अवैध निर्माण
जानकारी के अनुसार, पांडेपुर-बुधवार गांव के पास करीब डेढ़ किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण ओल्ड गड़ई नदी को पाटकर किया गया है। मुख्य अभियंता सिंह ने स्पष्ट किया कि इस निर्माण कार्य के लिए सिंचाई विभाग से कोई अनुमति नहीं ली गई थी। इस अवैध निर्माण के कारण क्षेत्र में जल निकासी पूरी तरह बाधित हो गई है, जिसके चलते किसानों की फसलें बर्बाद हो चुकी हैं और क्षेत्रीय किसानों में भारी आक्रोश है।

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मुख्य अभियंता ने तत्काल कार्य रोका, दी सख्त चेतावनी
निरीक्षण के दौरान मुख्य अभियंता सिद्धार्थ सिंह ने इस गंभीर लापरवाही पर तत्काल एक्शन लिया। उन्होंने सड़क निर्माण कार्य को तुरंत रोकने के निर्देश दिए और संबंधित अधिकारियों को सख्त चेतावनी भी जारी की। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि बिना विभागीय अनुमति नदी पाटना गंभीर लापरवाही है, जो क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति को और विकराल कर सकती है।

स्थानीय भाजपा नेता ने की सख्त कार्रवाई की मांग
इस मौके पर मुख्य अभियंता के साथ मौजूद भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष राणा सिंह ने भी पीडब्ल्यूडी विभाग की भूमिका पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि ऐसी लापरवाही करने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए और जो भी अधिकारी इस अवैध निर्माण के लिए जिम्मेदार हैं, उन्हें जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।

यह अवैध निर्माण न केवल पर्यावरण के लिए खतरनाक है, बल्कि सीधे तौर पर किसानों की आजीविका पर प्रतिकूल असर डाल रहा है। अधिकारियों के समय रहते सचेत न होने पर बाढ़ की समस्या आने वाले समय में और अधिक गंभीर हो सकती है। अब सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि मुख्य अभियंता के निर्देशों के बाद पीडब्ल्यूडी विभाग के लापरवाह अधिकारियों पर क्या कार्रवाई होती है।

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