अब 60 दिनों के लिए चलाया जाएगा गोवंशों के निगरानी का अभियान, आ गया सरकार का फरमान
डीएम साहब ने जारी किया निर्देश
संबंधित अधिकारियों से समन्वय करने का आदेश
60 दिवसीय अभियान को बनायें सफल
चंदौली जिले के जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे ने बताया कि निराश्रित गोवंश के संरक्षण के लिए प्रदेश सरकार द्वारा निर्देशित किया गया है कि 1 नवम्बर से 31 दिसम्बर तक 60 दिवसीय विशेष अभियान चलाकर गोवंश को संरक्षण की कार्यवाही आज से शुरू की जा रही है।
जिलाधिकारी ने बताया कि शासन से प्राप्त निर्देश पर संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि जनपद में अभियान चलाकर निराश्रित गोवंश के लिए पर्याप्त गोसंरक्षण केन्द्रों की स्थापना करने और गोवंश के भरण-पोषण के लिए पर्याप्त इंतजाम सुनिश्चित करने के लिये संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए है। उन्होंने बताया कि निर्देशित किया है कि गोवंश की देखभाल के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थायें चारा, भूसा, टीनशेड, विद्युत आपूर्ति, पेयजल एवं उपचार आदि के पर्याप्त इंतजाम सुनिश्चित किये जाए।
आपको याद होगा कि उत्तर प्रदेश में छुट्टा गोवंशों को लेकर योगी सरकार लगातार तमाम तरह की कवायद करती रही है, लेकिन अफसरों की लापरवाही व कागजों पर हो रहे काम के कारण छुट्टा गोवंशों के संरक्षण के लिए सूबे में यह खास अभियान शुरू किया जा रहा है। हर जिले में स्थाई और अस्थाई गौ आश्रय केन्द्रों में छुट्टा गोवंशों को रखा गया है। लेकिन वहां की व्यवस्थाओं पर अक्सर सवाल उठता रहता है। इधर-उधर घूम रहे गोवंशों के संरक्षण को लेकर योगी सरकार द्वारा समय-समय पर विशेष अभियान भी चलाया जाता रहा है और उनको पकड़कर गौ-आश्रयों में रखने की प्रक्रिया भी लगातार जारी है।
अब एक बार फिर 1 नवंबर 2023 से 31 दिसंबर 2023 तक उत्तर प्रदेश सरकार अन्य जानवरों को लेकर विशेष अभियान चलाने जा रही है। सरकार द्वारा सुबह ही सभी जिलाधिकारियों और पशुपालन विभाग को इस अभियान के मद्देनजर निर्देश जारी कर दिए गए हैं. इस निर्देश में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि दिनांक 1 नवंबर 2023 से दिनांक 31 दिसंबर 2023 तक विशेष अभियान चलाकर निराश्रित गोवंशों के शत प्रतिशत संरक्षण की प्रक्रिया पूरी की जाए।
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