CM योगी के आदेश पर 24 घंटे में मिलने लगी पेंशन, नहीं तो कितनी बार दौड़ा रहे थे चंदौली के दिव्यांग कल्याण अधिकारी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनता दरबार में सुनी फरियाद
चंदौली के दो दिव्यांगों ने बतायी जिले के अफसरों की कार्यशैली
फटकार लगते ही कहा- आज से मिलने लगेगी दोनों को पेंशन
जानिए कैसे चीफ सेक्रेटरी को करना पड़ा चंदौली जिले में फोन
चंदौली जनपद के दो दिव्यांग मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने उनके आवास पर जा पहुंचे। इस दौरान उन्होंने अपनी पेंशन की समस्या उठाई और कहा कि बार-बार अधिकारियों के यहां चक्कर लगाने के बाद भी उनको पेंशन नहीं मिल पा रही है। इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तत्काल एक्टिव हो गए और मुख्य सचिव से इस मामले में तत्काल कार्यवाही करने का निर्देश दिया। इसके बाद पूरा अमला तत्काल हरकत में आ गया और 24 घंटे के अंदर पेंशन जारी करने के दिशा निर्देश भी मिल गए।

गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनता दरबार अपने आवास पर लगाया। योगी ने फरियादियों को त्वरित न्याय के लिए आला अफसरों को भी तलब किया। इसी दौरान मुख्यमंत्री ने एक दिव्यांग के समक्ष पहुंच कर उससे पूछा क्या समस्या है बताइये... पीड़ित दिव्यांग ने कहा महाराज जी कई बार जिले में दौड़ चुके हैं लेकिन अधिकारी... हमारी दिव्यांग पेंशन ही जारी नहीं कर रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कौन से जिले से आए हैं...। दिव्यांग ने जोर देकर कहा- साहब चंदौली से आए हैं...।
इतना सुनने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा मुख्य सचिव जी देखिये आखिर इनकी पेंशन क्यों नहीं जारी हो रही है। डीएम को फोन करिये नहीं तो दिव्यांग कल्याण अधिकारी चंदौली से बात करिए, लापरवाही हो तो कार्रवाई कर दंडित करिये और इनकी पेंशन जारी करवाइये।
बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने चंदौली से आए दो युवकों राजेश और चंद्रशेखर को मौके पर ही इलेक्ट्रॉनिक वॉकिंग स्टिक भी दी। इसके अलावा आवास पर अभिभावकों के साथ पहुंचे बच्चों को दुलारा और पुचकारा, गोद में लेकर चॉकलेट भी दी।

मुख्यमंत्री करीब 125 फरियादियों के पास जाकर शिकायतें सुनकर कभी प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद तो कभी डीजीपी प्रशांत कुमार को एक-एक प्रार्थना पत्र पर कार्रवाई के आदेश देते रहे। जमीन से जुड़े मामलों में राजस्व परिषद अध्यक्ष अनिल कुमार को तुरंत समाधान के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री जनता दरबार खत्म कर अपने कक्ष में गए ही थे कि चंदौली के दिव्यांग कल्याण अधिकारी का ओएसडी एनके सिंह चौहान के पास फोन आ गया कि दिव्यांग गोपाल, श्याम पाल की केवाईसी नहीं हुई थी और आज शाम तक इन दोनों की पेंशन जारी कर दी जाएगी।
सुबह 10 बजे से जनता की समस्या जरूर सुनें अफसर
सीएम मुख्यमंत्री ने अफसरों को निर्देश दिए कि सुबह 10 बजे से कार्यालय में बैठें और जनशिकायतें सुनें। स्थानीय शिकायतों का समाधान जनपद स्तर पर कराया जाए। जो समस्याएं शासन से निस्तारित होनी है, उन्हें ही यहां भेजी जाए। ऐसा न करने वाले अफसरों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाएगी।
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