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चंदौली जिले में 11,265 किसानों की 2986.81 हेक्टेयर फसल खराब, रिपोर्ट पर मिलेगा मुआवजा

सरकार का कहना है कि केंद्र सरकार के नियमों के तहत 33 फ़ीसदी से अधिक फसल खराब होने पर ही मुआवजा दिया जाता है। इसी के तहत फसल खराब होने पर पड़ताल करके मुआवजा दिया गया है।
 

16 जिलों में फसलों के खराब होने की रिपोर्ट तैयार

75 करोड़ से अधिक रुपए का मुआवजा बांटने का दावा

चंदौली जिले में 11,265 किसानों को मिलेगा मुआवजा

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प्रदेश सरकार के अतिवृष्टि और ओलावृष्टि से भदोही चंदौली और वाराणसी जिले समय 16 जिलों में फसलों के खराब होने की रिपोर्ट तैयार की है तथा बताया है कि पूरे प्रदेश में मार्च के दूसरे सप्ताह से लेकर अप्रैल तक हुई अतिवृष्टि और ओलावृष्टि से 1,43,388 किसानों की 45552.83 हेक्टेयर फसल खराब हुई है, जिसके लिए किसानों को अब तक 75 करोड़ से अधिक रुपए का मुआवजा बांट दिया गया है।

 सरकार का कहना है कि केंद्र सरकार के नियमों के तहत 33 फ़ीसदी से अधिक फसल खराब होने पर ही मुआवजा दिया जाता है। इसी के तहत फसल खराब होने पर पड़ताल करके मुआवजा दिया गया है।

 आपको बता दें कि प्रदेश के कई हिस्सों में मार्च के दूसरे सप्ताह में अतिवृष्टि ओलावृष्टि से फसलों के खराब होने का सिलसिला शुरू हुआ था, जिसमें चंदौली जिला समेत आगरा, बरेली, भदोही, फतेहपुर, हमीरपुर, हरदोई, हाथरस, झांसी, लखीमपुर, ललितपुर, मथुरा, प्रयागराज, संभल और वाराणसी जिले में ओलावृष्टि से फसलों के खराब होने की रिपोर्ट मिली थी।

 सर्वाधिक नुकसान वाराणसी जिले में हुआ था जिसमें 58,383 किसानों की 13,112 हेक्टेयर फसल बर्बाद हुई थी, जबकि उसके पड़ोस में चंदौली जिले में 11,265 किसानों की 2986.81 हेक्टेयर फसल बर्बाद होने की सूचना दी गई है। इससे कई जिलों में हजारों किसान प्रभावित हुए हैं। सरकार की ओर से मुआवजा दे दिया गया है।

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