राज्यसभा सांसद दर्शना सिंह ने मैढी घाट पर की सूर्य उपासना, कहा- छठ नारी शक्ति और अनुशासन का प्रतीक
चंदौली जिले में छठ पूजा का पर्व श्रद्धा के साथ संपन्न
सांसद ने कहा- छठ महापर्व भारतीय संस्कृति का प्राण
सांसद दर्शना सिंह ने चंदौली के मैढी में सपरिवार दिया अर्घ्य
पीएम मोदी के नेतृत्व में सांस्कृतिक पुनर्जागरण पर जोर
सांसद दर्शना सिंह ने छठ व्रती महिलाओं से लिया आशीर्वाद
चंदौली जिले में लोक आस्था के महापर्व डाला छठ के पावन अवसर पर राज्यसभा सांसद एवं भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्रीमती दर्शना सिंह जी ने अपने जनपद चंदौली के ग्राम सभा मैढी में आयोजित छठ पूजा महोत्सव में सपरिवार भाग लिया। उन्होंने सोमवार शाम पारंपरिक विधि-विधान से अस्ताचलगामी सूर्य देव और छठ मैया की पूजा-अर्चना की और समस्त जनपदवासियों की सुख, शांति और समृद्धि के लिए प्रार्थना की।
छठ है संस्कृति का जीवन तत्व और नारी का संकल्प
पूजा-अर्चना के उपरांत श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए श्रीमती दर्शना सिंह जी ने छठ महापर्व के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा, "छठ पर्व हमारी भारतीय संस्कृति का प्राण है। यह नारी की आस्था, तपस्या और संकल्प का पर्व है। यह पर्व नारी शक्ति, अनुशासन और प्रकृति के प्रति हमारी कृतज्ञता का सबसे सुंदर उदाहरण प्रस्तुत करता है।"

उन्होंने जोर देकर कहा कि इस पर्व में सूर्य देव की उपासना के साथ-साथ जल, पर्यावरण और स्वच्छता के प्रति हमारी जिम्मेदारी भी झलकती है। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी और मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि आज भारत अपनी सांस्कृतिक विरासत को सशक्त रूप से पुनर्जीवित कर रहा है।
सांसद ने कहा, "छठ जैसे पर्व हमें अपनी जड़ों से जोड़ते हैं और समाज में एकता, सहयोग और सद्भाव का संदेश देते हैं। हमें अपनी परंपराओं को जीवित रखते हुए आधुनिक भारत के निर्माण में योगदान देना चाहिए।"

मैढी घाट पर भक्ति और आस्था का संगम
ग्राम सभा मैढी का छठ घाट सोमवार की शाम भक्ति और श्रद्धा से सराबोर रहा। सैकड़ों महिलाएँ पारंपरिक वेशभूषा में, सिर पर डाला लिए, संतान और परिवार की मंगलकामना के लिए सूर्य देव को अर्घ्य देने पहुँचीं। घाट पर गूंजते छठ गीतों और "छठ माता की जय" के जयघोषों ने पूरे वातावरण को आध्यात्मिक बना दिया।
सांसद दर्शना सिंह जी ने कहा कि छठ महापर्व त्याग और समर्पण का सर्वोच्च उदाहरण है, क्योंकि महिलाएँ न केवल अपने परिवार की बल्कि पूरे समाज की मंगलकामना के लिए उपवास रखती हैं। उन्होंने घाट पर उपस्थित महिलाओं से बातचीत की और उनकी पूजा तैयारियों की सराहना की। सूर्यास्त के समय सामूहिक अर्घ्य अर्पण का दृश्य अत्यंत मनोहारी था, जब सूर्य की लालिमा में जल में झिलमिलाते दीप और श्रद्धालुओं की प्रार्थनाओं से पूरा घाट भक्तिमय वातावरण में डूब गया।
जनसहभागिता और सामाजिक उत्तरदायित्व
श्रीमती दर्शना सिंह जी ने स्थानीय आयोजन समिति और ग्रामवासियों को सफलतापूर्वक आयोजन के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने सुरक्षा, स्वच्छता और प्रकाश व्यवस्था की सराहना करते हुए इसे सामुदायिक एकजुटता का उत्कृष्ट उदाहरण बताया।
उन्होंने श्रद्धालुओं से आग्रह किया कि छठ पर्व के माध्यम से मिले स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण, नारी सम्मान और सामाजिक एकता के संदेश को जन-जन तक पहुँचाएँ। इस अवसर पर मनीष सिंह, अम्बीश सिंह, संजय पाण्डेय (मण्डल अध्यक्ष पूर्वी चंदौली), रुद्र प्रताप सिंह, अच्युतानंद, कन्हैया पाण्डेय, बंटी सिंह सहित बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता, युवा वर्ग और ग्रामवासी उपस्थित रहे।
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