सैयदराजा थाने से चलता था पशु तस्करी का खेल, गौ-तस्करी वसूली कांड का मास्टरमाइंड सिपाही धर्मेंद्र यादव अरेस्ट
दोनों सगे भाई मिलकर कराते थे पशु तस्करी
तस्करी का सिंडिकेट चलाने के आरोप में दूसरा सिपाही गिरफ्तार
सिपाही के अरेस्ट होने के बाद पुलिस विभाग में मची है हड़कंप
चंदौली जिले में पशु तस्करी से जुड़े एक बड़े सिंडिकेट को चलाने के आरोपों में फंसे दो पुलिसकर्मी भाइयों में से दूसरे भाई को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। सैयदराजा थाना क्षेत्र के चर्चित गौ-तस्करी वसूली कांड में पहले से ही निलंबित चल रहे आरक्षी सत्येंद्र यादव के भाई, सिपाही धर्मेंद्र यादव को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
धर्मेंद्र यादव की गिरफ्तारी से चंदौली पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तारी के दौरान धर्मेंद्र ने थाने से भागने की कोशिश भी की और पहरे पर तैनात सिपाही से बदसलूकी भी की। आरोपों के चलते कुछ दिन पहले ही उसे लाइन हाजिर किया गया था।
बताया जा रहा है कि दोनों भाई, धर्मेंद्र और सत्येंद्र यादव, चंदौली जनपद में ही तैनात थे और उन पर पशु तस्करी से सीधा जुड़ाव रखने और अवैध वसूली करने का आरोप है।
इस मामले में पहले सत्येंद्र यादव को निलंबित किया गया था। गिरफ्तारी से पहले वह फरार हो गया था, लेकिन बाद में हाईकोर्ट से स्थगन आदेश लेकर ड्यूटी पर वापस बहाल हुआ था और एसपी ने उसकी तैनाती चकरघट्टा थाने में कर दी थी।
सीओ की जांच में आरोप सही पाए गए
उधर, सिपाही धर्मेंद्र यादव के खिलाफ सीओ सदर द्वारा की गई विस्तृत जांच में उन पर लगे सभी आरोप सही पाए गए। जांच रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
एएसपी अनंत चंद्रशेखर ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि आरक्षी धर्मेंद्र यादव को सैयदराजा थाने में तैनाती के दौरान पशु तस्करी में संलिप्तता के आरोपों में गिरफ्तार किया गया है। एएसपी ने यह भी बताया कि उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है। यह गिरफ्तारी यह दर्शाती है कि पुलिस प्रशासन अपने ही कर्मियों के बीच फैले अवैध सिंडिकेट को खत्म करने के लिए कठोर कदम उठा रहा है।
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