जनपद स्तरीय कार्यशाला में आंगनबाड़ी व आशा के कार्यों में कोआर्डिनेशन पर जोर

आंगनबाड़ी कार्यकर्ती एवं आशा के कार्य क्षेत्र का होगा एकीकरण
गांव-ब्लॉक व जिला स्तर पर होगा काम
ग्राम स्तर पर आयोजित ग्राम स्वास्थ्य पोषण दिवस पर दिखेंगी साथ-साथ
चंदौली जिले में आज आंगनबाड़ी कार्यकर्ती एवं आशा के कार्य क्षेत्र एकीकरण के लिए जनपद स्तरीय कार्यशाला का आयोजन विकास भवन सभागार में जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे की अध्यक्षता में आयोजित हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर किया गया।
जिलाधिकारी द्वारा प्रशिक्षण के दौरान यह बताया गया कि प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा सचिव बाल विकास एवं पुष्टाहार संयुक्त रूप से जारी शासनादेश के अनुसार प्रदेश में पहली बार इस प्रकार का जिले स्तर पर अभिनव का प्रयास किया जा रहा है। जिले में इस कार्यशाला के पश्चात एक सप्ताह के अंदर ब्लॉक स्तरीय प्रशिक्षण का आयोजन किया जाएगा, जिसमें एएनएम, मुख्य सेविका, संगिनी को प्रशिक्षित किया जाएगा एवं इसके पश्चात ग्राम स्तर पर इन कार्यकर्ताओं द्वारा क्षेत्र का भौतिक सत्यापन करते हुए क्षेत्र एकरूपता की कार्यवाही की जाएगी।

पूरे अभियान की समीक्षा साप्ताहिक रूप से की जाएगी। प्रदेश स्तर पर इस अभियान के सफलता के लिए जनपद चंदौली में इसको सफलतापूर्वक क्रियान्वयन किया जाना आवश्यक है । जिससे कि समुदाय स्तर पर स्वास्थ्य एवं पोषण की सेवाओं को सुचारू रूप से जन सामान्य तक पहुंचा जा सके।
जिलाधिकारी द्वारा निर्देशित करते हुए कहा कि समय के भीतर सभी गतिविधि संपादित कर ली जाय। राज्य स्तरीय प्रशिक्षक मिथलेश पाठक द्वारा बताया गया कि वर्तमान में आशा और आंगनबाड़ी का क्षेत्र में विभिन्नता होने के कारण कई लाभार्थी स्वास्थ्य और पोषण की सेवाएं यथा टीकाकरण, गर्भवती महिलाओं की जांच, बच्चों की पोषण जांच एवं अन्य संबंधित सेवाओं से वंचित हो जाते हैं। इसके अलावा ग्राम स्तर पर आयोजित ग्राम स्वास्थ्य पोषण दिवस के दौरान आशा और आंगनबाड़ी के ड्यू लिस्ट एवम रिकार्डों में भिन्नता होती है, जिसके कारण लाभार्थियों को सेवाओं से वंचित होने की संभावना होती हैं। इस कारण इस गतिविधि को किया जाना आवश्यक है।
राज्य एवं जनपद स्तरीय प्रतिनिधि विमल पाण्डेय के द्वारा सभी प्रतिभागियों को प्रशिक्षण दिया गया कि किस प्रकार से आशा एवं आंगनबाड़ी के क्षेत्र सीमांकन को एकीकृत एवं सीमाकृत किया जाएगा। इस संबंध में क्षेत्र में जाकर सामाजिक मानचित्र बनाते हुए यदि कहीं पर आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ती नहीं है तो रिक्तियां दिखायी जाएंगी।
ब्लॉक स्तर पर सुपरवाइजर, एएनएम, सीएचओ को प्रशिक्षित करने के बारे में बताते हुए कार्य योजना तैयार कराई गई। कार्यशाला के दौरान प्रशिक्षण टीएसयू के राज्य स्तरीय प्रशिक्षक मिथिलेश पाठक, विमल पांडे, ओमप्रकाश के द्वारा किया गया।
कार्यक्रम के दौरान प्रमुख रूप से मुख्य विकास अधिकारी एस एन श्रीवास्तव, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. वाई के राय, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अमित दुबे, जिला पंचायती राज अधिकारी एवं ब्लॉक बरहनी, चहानिया, धानापुर और सकलडीहा के प्रभारी चिकित्साधिकारी, बाल विकास परियोजना अधिकारी, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी, सहायक विकास अधिकारी पंचायत बीसीपीएम रहे।
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