जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास विभाग की योजना, 4 करोड़ रुपये की लागत बन रहा भवन

9 बिस्वा जमीन लेकर शुरू हुयी तैयारी
करीब 4 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा भवन
3 मंजिला कार्यालय भवन में होंगी ये सुविधाएं
चंदौली जिले में जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास विभाग का कार्यालय को मोहम्मदपुर गांव के पास बनाने की तैयारी है। यह स्थान दिल्ली कोलकाता हाईवे के किनारे है। अधिकारियों से मिल रही जानकारी के अनुसार यहां पर 9 बिस्वा जमीन लेकर करीब चार करोड़ रुपये की लागत से 3 मंजिला कार्यालय भवन का निर्माण कराया जाएगा, जिसमें तमाम सुविधाएं होंगी।

जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास विभाग का कार्यालय को तैयार कर पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों को और बेहतर सुविधा देने की योजना पर काम शुरू हो गया है।
आपको याद होगा कि जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास के लिए कार्यालय के निर्माण के लिए पूर्व सैनिकों की ओर से लंबे समय से मांग की जा रही थी। अभी तक कलेक्ट्रेट स्थित एक छोटे से कमरे में कार्यालय का संचालन किया जा रहा है। यहां और कोई सुविधा नहीं है।
इस बारे में जानकारी देते हुए जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी कर्नल हृदेश कुमार चौधरी ने बताया कि जिले में 2670 भूतपूर्व सैनिक और 150 वीरांगनाएं है। इनकी समस्याओं और सेवानिवृत के बाद मिलने वाली सुविधाएं पहुंचाने के लिए विभाग का गठन किया है। पूर्व सैनिकों की ओर से लंबे समय से कार्यालय के लिए मांग की जा रही थी। प्रशासन ने कार्यालय भवन निर्माण के लिए लौंदा स्थित दिल्ली कोलकाता हाईवे के किनारे 9 बिस्वा जमीन आवंटित कर दी है। भवन निर्माण की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश कंस्ट्रक्शन एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कापोर्रेशन लिमिटेड (यूपी सिडको) को दी गई है। कार्यदायी संस्था ने करीब चार करोड़ रुपये का प्रस्ताव तैयार कर लिया है।
जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास अधिकारी के मुताबिक 3 मंजिला भवन बनेगा, जिसमें कार्यालय के अलावा पूर्व सैनिकों के ठहरने के लिए आवास भी बनाए जाएंगे। यहां पर सैनिकों के लिए मेडिकल, कैंटीन सहित अन्य इंतजाम किए जाएंगे, ताकि पूर्व सैनिकों के जरूरत के अन्य कार्य आसानी से हो सकें।
सैनिक कल्याण अधिकारी ने बताया कि प्रस्ताव को जल्द ही मुख्यालय भेजा जाएगा। बजट जारी होने के बाद निर्माण कार्य शुरू कराने की योजना है। इसके लिए तेजी से कार्य किया जा रहा है।
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