पहली बार डॉक्टरों पर इतना नाराज हुए जिलाधिकारी, 2 लोगों पर मीटिंग में ही गिरी गाज

जिला स्वास्थ्य समिति की समीक्षा बैठक में साहब नाराज
जिलाधिकारी ने अगली बैठक तक सभी को पैरामीटर सुधारने का दिया मौका
खराब कार्यशैली वाले दो चिकित्साधिकारियों पर होगा एक्शन
एक का छिनेगा चार्ज तो दूसरे का रोका गया वेतन
चंदौली जिले में जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति (शासी निकाय) की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई, जिसमें जिले की खराब स्थिति पर जिलाधिकारी ने अगली बैठक तक सभी पैरामीटर बेहतर करने और सभी लापरवाह चिकित्साधिकारियों को अपनी-अपनी कार्यशैली में सुधार लाते हुए बेहतर कार्य करने के का निर्देश दिए। साथ ही साथ 2 चिकित्साधिकारियों पर कार्रवाई करने का निर्देश जिला चिकित्साधिकारी को दे दिया।

बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने सभी बिन्दुओं पर समीक्षा बैठक कर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिन विभागीय कार्यक्रमों में प्रगति खराब पाई गई उसमें बेहतर सुधार लाते हुए अपेक्षित प्रगति लाया जाय।जिलाधिकारी ने गर्भवती महिलाओं को ट्रैक करने व संस्थागत प्रसव बढ़ाने के निर्देश दिये।

बैठक में जिलाधिकारी ने आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत गोल्डेन कार्ड जारी करने की प्रगति में सुधार के लिए कड़े निर्देश दिए। राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत अधिक से अधिक जांच कराने और चिन्हित मरीजों का निक्षय मित्रो के माध्यम से समुचित उपचार उपलब्ध कराए तथा समय से उनका भुगतान भी करें। उन्होंने ने कहा कि आशा कार्यकत्रियों के भुगतान को समय पर सुनिश्चित करें। साथ ही कार्य में लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्यवाही करे। जिले में एंबुलेंस सेवाओं 108 व 102 की समीक्षा के दौरान निर्देशित करते हुए कहा कि एंबुलेंस सेवा में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए। मरीज व परिजनों के कॉल की समय सीमा पर प्रतिक्रिया देते हुये जल्द से जल्द चिकित्सीय सुविधा का लाभ प्रदान कराएं।
इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि परिवार नियोजन,नियमित टीकाकरण तथा अंधता निवारण कार्यक्रम के तहत मोतियाबिंद ऑपरेशन का नियमित कार्यक्रम कराते हुवे आम जनमानस को लाभान्वित करे।जिले के स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर बनाने का निर्देश दिया। कहा कि जिले में किसी भी तरह की स्वास्थ्य समस्या ना उत्पन्न हो चिकित्सक अपने समय पर अस्पताल में मौजूद होकर इलाज करें। शासन से संचालित विभिन्न योजनाओं को पात्र लाभार्थियों को पारदर्शी पूर्ण लाभ पहुंचाया जाए। जिलाधिकारी ने सीएम डैशबोर्ड पर स्वास्थ्य विभाग की रैंकिंग में सुधार लाने के भी निर्देश दिए।
बताया जा रहा है कि बैठक के दौरान प्रभारी चिकित्सा अधिकारी चहनिया की लापरवाही वाली कार्यशैली व सभी पैरामीटर पर सबसे खराब प्रदर्शन होने के कारण फटकार लगायी और गहरी नाराजगी जाहिर करते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि जब तक प्रभारी चिकित्सा अधिकारी चहनिया के द्वारा सभी पैरामीटर पर बेहतर प्रदर्शन नहीं किया जाता तब तक वेतन रोक दिया जाए। इसके साथ ही सदर विकास खंड के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी द्वारा अनेक पैरामीटरों में कम प्रदर्शन प्राप्त होने पर तत्काल इनको हटाने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि अन्य किसी जिम्मेदार डॉक्टर की उनके स्थान पर नियुक्ति की जानी चाहिए।
योजनाओं की जिलाधिकारी द्वारा की गई समीक्षा
बैठक में प्रस्तावित एजेंडा के आधार पर हेल्थ डैशबोर्ड, मातृ स्वास्थ्य, बाल स्वास्थ्य, परिवार कल्याण, आयुष्मान भारत, पीएमएमवीवाई, नियमित टीकाकरण, वैक्सीनेशन, जननी सुरक्षा व मातृ वंदना योजना के तहत भुगतान की स्थिति, आशा इन्सेन्टिव, ओपीडी व आईपीडी की स्थिति, प्राथामिक स्वास्थ्य केन्द्रों तथा सीएचसी पर बेडों की ऑक्यूपेंसी की स्थिति सहित अन्य योजनाओं की जिलाधिकारी द्वारा गहन समीक्षा की गई।
बैठक के अंत में जिलाधिकारी ने जनपद के जिन स्वास्थ्य केंद्रों पर एक्सरे मशीन, एक्सरे रूम ना हो उनका तत्काल प्रपोजल भेजने एवं नौगढ़ क्षेत्र में बेहतर अल्ट्रासाउंड की व्यवस्था सुनिश्चित करने के सख्त निर्देश मुख्य चिकित्सा अधिकारी को दिए।
बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी आर जगत सांई, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ वाई के राय, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, समस्त सीएचसी-पीएचसी के प्रभारी चिकित्सक सहित अन्य संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।
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