छात्रा को उठक-बैठक कराने का मामला, मानवाधिकार आयोग में पेश होंगे डीएम साहब

बीएसए की लापरवाही पर तलब हो गए डीएम
बलारपुर स्थित एसएस पब्लिक स्कूल का मामला
मई महीने में छात्रा के साथ करायी थी उठक बैठक
विद्यालय पर नहीं लिया था कोई ठोस एक्शन
चंदौली जिले के सकलडीहा ब्लाक के बलारपुर स्थित एसएस पब्लिक स्कूल में पांचवीं कक्षा के छात्र को उठक-बैठक कराने के मामले में बीएसए की ओर से सूचना न देने पर मानवाधिकार आयोग ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए चंदौली जिले के जिलाधिकारी को ही तलब कर लिया है। मामले में आयोग ने चंदौली डीएम को 21 नवंबर को कार्यालय में पेश होने के लिए कहा है।

आपको याद होगा कि मई 2023 में सकलडीहा विकास खंड के एसएस पब्लिक स्कूल में होम वर्क न कराने पर पांचवीं कक्षा के छात्र से शिक्षक ने उठक बैठक कराई थी। इससे उसकी तबियत बिगड़ी गई थी। इसके बाद शिक्षा विभाग मामले में लीपापोती करता रहा। बाद में पीड़ित परिवार ने मामले में मानवाधिकार सीडब्लूए के चेयरमैन योगेन्द्र कुमार सिंह योगी से शिकायत की तो राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने मामले का संज्ञान लिया।
राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग ने शिकायत की प्रति उत्तर प्रदेश राज्य मानवाधिकार आयोग को भेजकर मामले पर निष्पक्ष जांच कर उचित करवाई का निर्देश दिया। उसके बाद डीएम निखिल टीकाराम फुंडे ने बताया कि बीएसए द्वारा सूचना न दिए जाने से पत्र आया है। बीएसए पर समय से सूचना न भेजने पर कार्रवाई की जा रही है।
आपको याद होगा कि चंदौली जिले के सकलडीहा ब्लाक के बलारपुर स्थित एसएस पब्लिक स्कूल में होमवर्क करके नहीं आने वाले कक्षा पांच की छात्रा से जबरन उठक बैठक कराने के मामले में खंड शिक्षा अधिकारी ने विद्यालय प्रबंधन और प्रधानाचार्य को नोटिस जारी किया था। साथ ही साथ समस्त साक्ष्यों और स्पष्टीकरण के साथ कार्यालय में तलब किया था। लेकिन बाद में मामले में लीपापोती कर दी गयी।
बताया जा रहा है कि बलारपुर के एसएस कन्वेंट स्कूल में कक्षा पांच की छात्रा सामान्य ज्ञान व पर्यावरण विषय का होमवर्क न करके स्कूल गई तो वहां के स्कूल शिक्षक नाराज हो गए। इस दौरान छात्रा से कई बार उठक बैठक कराई, जिससे वह बेहोश होकर गिर गई तथा उसके पेट व पैर में दर्द शुरू हो गया, जिससे उसका इलाज कराने की नौबत आयी थी।
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