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अब डीएम साहब को हटाने की शिकायत कर रहे मनोज सिंह डब्लू, जानिए क्या-क्या लगाए आरोप

लोकसभा चुनाव के मतदान तिथि के चंद दिन पहले एक बार फिर से मेडिकल कालेज के नाम के साथ छेड़छाड़ जिला निर्वाचन अधिकारी के षड्यंत्र का हिस्सा है।
 

चंदौली लोकसभा चुनाव में डीएम की प्रेक्षक से शिकायत

प्रेक्षक सिंधु बी. रूपेश से मिले मनोज सिंह डब्लू

लोकसभा निर्वाचन कार्य से मुक्त किए जाने की मांग

चंदौली जिले में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव मनोज सिंह डब्लू रविवार के शाम लोकसभा चंदौली लोकसभा के सामान्य प्रेक्षक सामान्य प्रेक्षक सिंधु बी. रूपेश से मिले। इस दौरान उन्होंने जिला निर्वाचन अधिकारी चंदौली पर कई गंभीर आरोप लगाए और उन्हें लोकसभा निर्वाचन कार्य से मुक्त किए जाने की मांग की।

सपा नेता ने प्रेक्षक से बताया कि  चुनाव को निष्पक्ष सम्पन्न कराना जिला प्रशासन व पुलिस की ड्यूटी है और उन्हें निर्वाचन आयोग के गाइडलाइन के अनुरूप चुनाव को सम्पन्न कराना है, ताकि किसी प्रत्याशी के साथ किसी भी तरह का पक्षपात ना हो। इसके बावजूद चुनाव आयोग के गाइडलाइन के बाद भी जिला निर्वाचन अधिकारी व जिलाधिकारी चंदौली  निखिल टीकाराम फुंडे द्वारा भाजपा प्रत्याशी डा. महेंद्रनाथ पांडेय को चुनाव में अनुचित लाभ पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है।

सपा नेता ने कहा कि  मतदान कर्मियों के प्रशिक्षण स्थान बाबा कीनाराम मेडिकल कालेज परिसर बगही कुम्भापुर चंदौली में मेडिकल कालेज के नाम में जानबूझकर "राजकीय" शब्द को जोड़ा गया है, ताकि चंदौली की जनता को भ्रमित कर उनके वोट को भाजपा प्रत्याशी के पाले में किया जा सके। जबकि यह सर्वविदित है कि मेडिकल कालेज के नाम को लेकर पूर्व में भी कई बार राजनीति हो चुकी है और उस वक्त भी डीएम निखिल टीकाराम फुंडे ही चंदौली के डीएम थे, उस वक्त लिपिकीय त्रुटि का हवाला देकर बाबा कीनाराम मेडिकल कालेज के नाम को हटाया गया।

लोकसभा चुनाव के मतदान तिथि के चंद दिन पहले एक बार फिर से मेडिकल कालेज के नाम के साथ छेड़छाड़ जिला निर्वाचन अधिकारी के षड्यंत्र का हिस्सा है। कहा कि नवीन मंडी समिति को जिला प्रशासन द्वारा मतगणना स्थल पोलिंग पार्टी स्थल के रूप में उपयोग में लाया जाना है। इस क्रम में जिला निर्वाचन अधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे के निर्देश पर आम लोगों, आढतियों, होलसेल सब्जी विक्रेताओं व किसानों के लिए एक पखवारा पहले ही पूरी तरह से बंद कर दिया गया है, जिससे सैकड़ों लोगों की रोजी-रोजगार संकट में आ गया है। पहले भी नवीन मंडी को प्रशिक्षण स्थल, मतगणना स्थल, पोलिंग पार्टी खानगी स्थल के रूप में इस्तेमाल किया गया है, लेकिन कभी भी मंडी को पूरी तरह से बंद नहीं किया गया। ऐसी स्थिति में आम लोगों को इस बात की प्रबल आशंका है कि नवीन मंडी में बने स्ट्रांग रूम में रखी गई ईवीएम को भाजपा प्रत्याशी को लाभ पहुंचाने के लिए उसके साथ छेड़छाड़ की जा सकती है या उसे बदला जा सकता है।

ऐसा लगता है कि इसी उद्देश्य से जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा नवीन मंडी को आम लोगों के लिए पूरी तरह से सीज कर दिया गया है, ताकि प्रशासन के निखरानी में मनमानी हो सके। मांग किया कि नवीन मंडी को आम लोगों के लिए खोला जाए, जिसकी उनकी आजीविका पटरी पर लौट आए। साथ ही भ्रमिक करने वाले मेडिकल कालेज के नाम को दुरूस्त करते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी चंदौली को लोकसभा चंदौली के निर्वाचन कार्यों से मुक्त किया जाए, ताकि चुनाव में पक्षपात किए जाने की आशंकाएं समाप्त हो सके।

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