DM साहब के दौरे का दिख रहा है असर, नौगढ़ में बदल रही स्वास्थ्य सेवाओं की तस्वीर
नौगढ़ बांध से घिरे गांवों में पहुंची मेडिकल टीम
ग्रामीणों को अब मिल रही नियमित स्वास्थ्य सेवाएं
मेडिकल कैंप में मुफ्त दवाओं का वितरण
डॉक्टरों ने दी मौसमी बीमारियों से बचाव की सलाह
चंदौली जिले के तहसील नौगढ़ में जिलाधिकारी चंद्र मोहन गर्ग के निरीक्षण के बाद नौगढ़ बांध से घिरे गांवों में स्वास्थ्य सेवाओं की तस्वीर बदलने लगी है। डीएम ने पिछले माह होरिला गांव में निरीक्षण के दौरान ग्रामीणों की समस्याएं और स्वास्थ्य सुविधाओं की बदहाली देखी तो गांवों में नियमित मेडिकल कैंप लगाने को कहा। अब इन कैंपों के जरिये गांव के लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण हो रहा है और उन्हें मुफ्त दवाएं मिल रही हैं।
आपको बता दें कि नौगढ़ बांध का पानी हर साल बरसात में इन गांवों को चारों ओर से घेर लेता है, जिससे गांव के लोग सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तक नहीं पहुंच पाते। इस स्थिति को देखते हुए सीएचसी नौगढ़ की मेडिकल टीम को नियमित तौर पर गांव-गांव भेजा जा रहा है। शनिवार को होरिला में लगे शिविर में सेमर साधोपुर और धोबही सहित चार गांवों के लोग पहुंचे थे। ग्रामीणों ने अपनी बीमारियों की जांच कराई और आवश्यक दवाएं प्राप्त कीं। इस पहल से लोगों को न केवल इलाज मिला बल्कि भरोसा भी जगा कि प्रशासन उनकी सेहत को लेकर गंभीर है।
चिकित्सा अधीक्षक अवधेश पटेल बोले
सीएचसी अधीक्षक डॉ. अवधेश पटेल ने कहा कि यह केवल स्वास्थ्य परीक्षण नहीं बल्कि ग्रामीणों तक सरकार की संवेदना पहुंचाने का प्रयास है। उन्होंने चंदौली समाचार को बताया कि “गांव-गांव कैंप आयोजित कर यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कोई भी महिला या पुरुष इलाज से वंचित न रह जाए। मेडिकल टीम हर स्थिति में ग्रामीणों तक पहुंचेगी और उन्हें मुफ्त दवा व सलाह उपलब्ध कराएगी।” डॉ. पटेल ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि स्वास्थ्य विभाग हर जरूरत पर उनके साथ खड़ा रहेगा।
चिकित्सकों की खास सलाह
मेडिकल कैंप में पहुंचे डॉ. गंगाराम भारती और चीफ फार्मासिस्ट प्रशांत पाल ने ग्रामीणों का परीक्षण करते हुए कहा कि ज्यादातर लोग खांसी, जुकाम, बुखार और डायरिया जैसी मौसमी बीमारियों से पीड़ित मिले। उन्होंने ग्रामीणों को परामर्श दिया कि बरसात के मौसम में बासी भोजन का सेवन बिल्कुल न करें और पीने का पानी हमेशा उबालकर ही इस्तेमाल करें। गर्भवती महिलाओं और बच्चों को भीगने से बचाने और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने की हिदायत दी गई। डॉक्टरों ने कहा कि गंभीर स्थिति में मेडिकल टीम को तुरंत सूचना दें, टीम गांव तक पहुंचकर इलाज उपलब्ध कराएगी।
स्वास्थ्य परीक्षण के साथ मिल रही है निःशुल्क दवा
मेडिकल टीम ने सभी ग्रामीणों को निःशुल्क दवा उपलब्ध कराई। हर परिवार को ओआरएस पैकेट बांटे गए ताकि दस्त और डायरिया जैसी बीमारियों में तुरंत राहत मिल सके। टीम ने कहा कि अगर किसी को तेज बुखार, ज्यादा उल्टी-दस्त या गंभीर लक्षण दिखाई दें तो तुरंत 108 एंबुलेंस बुलाकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचे। कैंप में ग्रामीणों ने खुशी जाहिर की कि अब उन्हें इलाज के लिए बांध का पानी पार नहीं करना पडेगा।
मेडिकल कैंप की एसडीएम कर रहे हैं मॉनिटरिंग, डीएम को कर रहे हैं रिपोर्ट
डीएम के निर्देशों के बाद अब एसडीएम और खंड विकास अधिकारी के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी कैंप की नियमित मॉनिटरिंग कर रहे हैं। टीम को हिदायत दी गई है कि लापरवाही बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी और हर रिपोर्ट ब्लॉक स्तर पर जमा करनी होगी। कैंप में स्टाफ नर्स कोमल गुप्ता, बेसिक स्वास्थ्य अधिकारी मुन्नी सिंह सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।
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