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अगर आपके घर में है प्रतिबंधितक प्रजाति का कुत्ता, तो करना होगा ये काम..देखें वीडियो

चंदौली जनपद में कुत्ते पशुपालकों के लिए सैयदराजा के पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर विनोद यादव ने उपाय बताया कि ऐसी किस्म के कुत्ते जिस पर रोक लगाई गई है, उन कुत्तों का बंध्याकरण कर दिया जाना चाहिए।
 
विदेशी नस्ल के 23 प्रजातियों के कुत्तों पर प्रतिबंध,  कुत्तापालकों को रखना होगा इसका ध्यान, इनके बंध्याकरण को लेकर होना होगा सचेत, विभाग कराने जा रहा है सर्वे
 
चंदौली जिले में केंद्र सरकार द्वारा विदेशी नस्ल के कुत्तों पर प्रतिबंध लगाने का जो फैसला लिया गया है, उसका जमीनी स्तर पर पालन करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। देश में 23 नस्ल के कुत्तों को न पालने के लिए शासनादेश जारी किया गया है। इसके बाद इन 23 किस्मों के कुत्तों को पालने वालों के सामने मुश्किलें आ रही हैं। ऐसे लोगों को आगे क्या करना है और पाले गए कुत्तों का क्या करना है..इसको लेकर कंफ्यूजन बना हुआ है।

विदेशी नस्ल के कुत्तों को पालने पर रोक लगाने के लिए पशुपालन आयुक्त की अध्यक्षता में गठित विशेषज्ञ टीम ने भी ऐसे कुत्तों के आयात पर रोक लगाने की सिफारिश की है, क्योंकि इन कुत्तों के माध्यम से देश में बहुत से घटनाएं घटित हुई हैं, जिसको लेकर अब केंद्र सरकार विदेश की किस्म के 23 नस्ल के कुत्तों पर रोक लगा दी है।

इसी बात को देखते हुए चंदौली जनपद में कुत्ते पशुपालकों के लिए सैयदराजा के पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर विनोद यादव ने उपाय बताया कि ऐसी किस्म के कुत्ते जिस पर रोक लगाई गई है, उन कुत्तों का बंध्याकरण कर दिया जाना चाहिए ताकि उनके नस्ल में बढ़ोतरी न हो सके। इसके लिए पशु पालकों को पशु पालन विभाग द्वारा बताया जा रहा है कि उनके संख्याओं की गणना की जा रही है और जल्द ही उनकी गणना कर इसके प्रजाति की वृद्धि पर रोक लगा दी जाएगी ।

इसके लिए पशु चिकित्सा अधिकारी विनोद डॉक्टर विनोद यादव ने बताया कि सबसे पहले प्रतिबंध कुत्ते पशुपालकों को चाहिए कि यदि वह प्रतिबंधित कुत्तों को पाले हुए हैं तो ऐसे कुत्तों का सबसे पहले बंध्याकरण कराएं और उनके प्रजनन पर रोक लगा दें, ताकि उनकी संख्या की बढ़ोतरी न हो सके। नहीं तो आने वाले दिनों में उनके लिए ही यह कुत्ते उनके लिए मुसीबत हो जाएंगे, क्योंकि इनकी हिंसात्मक प्रवृत्ति के कारण इसके पहले कई देशों में रोक लगाई गई है। अब भारत द्वारा भी इनके प्रवृत्ति को देखते हुए रोक लगाने का फैसला लिया गया है।

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