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वार्डेन से छेड़खानी के मामले में प्रबंधक डॉक्टर धनंजय सिंह ने की प्रेस कांफ्रेंस, बतायी पूरे मामले की हकीकत

यथार्थ कॉलेज एंड पैरामेडिकल इंस्टीट्यूटके प्रबंधक डॉक्टर धनंजय सिंह ने बताया कि पिछले 2023-24 के सत्र में उस महिला द्वारा लगभग 40 से 45 लाख रुपए का घोटाला किया गया है।
 

10 वर्षों से कार्य कर रही थी महिला

नर्सिंग कॉलेज के पैसे का रखती थी हिसाब

फीस के पैसे में हेराफेरी का आरोप

अब उल्टे प्रबंधन पर लगा रही है छेड़खानी का आरोप

पुलिस बोली- जांच के बाद ही होगी कार्रवाई

चंदौली जनपद के सदर थाना क्षेत्र के झांसी गांव स्थित यथार्थ कॉलेज एंड पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट के प्रबंधक डॉक्टर धनंजय सिंह के खिलाफ कॉलेज में 10 वर्षों से कम कर रही एक महिला ने छेड़खानी का आरोप लगाया है। महिला डीआईजी वाराणसी रेंज के यहां जाकर शिकायत की थी, जिस पर डीआईजी ने सीधे मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया था, जबकि प्रबंधन की ओर से इस मामले में एक दिन पहले ही महिला के घोटाले को लेकर चंदौली कोतवाली में तहरीर दी गयी थी, लेकिन उसे जांच के बाद कार्रवाई करने के बहाने से टाल दिया गया।

आपको बता दे की चंदौली जनपद के सदर कोतवाली क्षेत्र के झांसी गांव स्थित यथार्थ कॉलेज एंड पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट के प्रबंधक डॉक्टर धनंजय सिंह के खिलाफ 10 वर्षों से कॉलेज में लेखा जोखा का कार्य करने वाली महिला ने प्रबंधक के ऊपर छेड़खानी करने का आरोप डीआईजी वाराणसी रेंज के यहां पहुंचकर लगाया। जिस पर डीआईजी के निर्देश पर सदर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।


यथार्थ कॉलेज एंड पैरामेडिकल इंस्टीट्यूटके प्रबंधक डॉक्टर धनंजय सिंह ने बताया कि पिछले 2023-24 के सत्र में उस महिला द्वारा लगभग 40 से 45 लाख रुपए का घोटाला किया गया है। कॉलेज की फीस का लेखा-जोखा इसी महिला के पास रहता था, जिसका नाजायज फायदा उठाते हुए इस महिला ने कॉलेज के साथ विश्वासघात कर 40 से 45 लाख रुपए का घोटाला किया है।

बताया जा रहा है कि इस मामले का खुलासा तब हुआ जब वह खुद शक्तेशगढ़ गुरु जी के यहां जा रहा था, मेरे साथ गाड़ी में दो छात्र भी सवार थे और उनसे मैंने फीस जमा करने की बात कही, तो उन्होंने बताया कि वे अपनी फीस ऋतु मैडम को जमा कर चुके हैं, जब इसकी बैंक से जांच की गई तो विशाल सिंह यादव के नाम पर केवल 5000 रुपए खाते में जमा था, और 40,000 रुपया का घोटाला एक छात्र के फीस में हो गया था। फीस रसीद पर अलग से चार बना कर कुल 45 हजार रुपए कॉलेज में पेड दिखाया जा रहा है, जबकि बैंक में केवल 5000 रुपया ही जमा था। बैंक के रसीद पर 5000 जमा करने के बाद कॉलेज की रसीद में कूट रचित ढंग से 45,000 दिखाया गया है।
इस तरह से जब मामले की खोजबीन की गई तो आरोप लगाने वाली महिला से पूछताछ किया गया तो उन्होंने बताया कि मुझसे गलती हुई है और इस कॉलेज में पहले कार्य करने वाले एक कर्मचारी के द्वारा यह कूट रचित कार्य करने की सीख दी गई थी। आरोप लगाने वाली महिला ने प्रबंधन को आभूषण बेच कर पैसा जमा करने के लिए कहा था, लेकिन बीते शनिवार को ही रात्रि में महिला अपना सामान लेकर चली गई।
फिर उसने साजिश रचते हुए झूठी शिकायत करने की तैयारी की। उनको शक है कुछ नर्सिंग कालेज चलाने वाले संस्था के लोगो की मिली भगत से इस तरह का कार्य कराया जा रहा है।
धनंजय सिंह ने कहा कि घोटाले की तहरीर 5 सितंबर को ही सीओ साहबके संज्ञान में डालते हुए सदर थाना में दिया था, जिसकी रसीद भी मुझे मिली है और 6 तारीख को मेरे खिलाफ महिला की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर दिया जाता है।
धनंजय सिंह ने कहा कि वे मांग करते हैं कि इसकी जांच की जाए। अगर वह दोषी हैं, तो मेरे ऊपर कारवाई की जाए। अगर वे सही हैं तो महिला पर सख्त एक्शन हो। वह खुद हर तरह की जांच व कार्यवाही के लिए तैयार हैं।
 सीओ सदर राजेश कुमार राय ने बताया कि तहरीर यथार्थ कॉलेज एंड पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट के प्रबंधक डॉ धनंजय सिंह द्वारा मिली थी और उच्च अधिकारियों के निर्देश पर महिला के आरोप लगाने के बाद मुकदमा दर्ज कर दिया गया है। पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है जांच के बाद ही नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

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