डॉ महेंद्र नाथ पांडे बोले- कांग्रेस पर दिख रहा सपा की संगति का असर
कांग्रेस पार्टी में और गिरावट के आसार
केजरीवाल एक निर्लज्ज नेता हैं
अखिलेश यादव को मठाधीश की महान परंपरा का ज्ञान नहीं
छीन कर नहीं लेते हैं अपनी गद्दी
चंदौली जिले के पूर्व सांसद व भारत सरकार के पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ महेंद्र नाथ पांडेय अपने संसदीय क्षेत्र में शिष्टाचार मुलाकात के बाद मौके पर मौजूद पत्रकारों से प्रेस वार्ता में विपक्ष पार्टी के नेताओं राहुल गांधी एवं अखिलेश यादव के बयान पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि कुछ लोग सुर्खियों में बने रहने के लिए ऐसे उलूलजुलूल बयानबाजी करते रहते हैं, जिसका कोई मतलब नहीं होता है।
अखिलेश के बयान माफिया व मठाधीश में कोई अंतर नहीं है...पर उन्होंने कहा कि मठ परंपरा आदि शंकराचार्य छठी सातवीं शताब्दी में चार पीठ बनाए एवं 12ज्योतिर्लिंग बनाए.. इन चार पीठों व 12 ज्योतिर्लिंग पर शाश्वत सनातन धर्म बना है और सनातन धर्म के आधार पर मठाधीश बने हैं। लंबे तपस्या के बाद वह मठ का दायित्व निभाने वाला मठाधीश होता है, जिस प्रकार पुत्र के रूप में अखिलेश नेता बने उस प्रकार से कोई मठाधीश नहीं बनते हैं। इसलिए माफिया और मठाधीश में कोई अंतर कहना यह अखिलेश का बहुत ही निंदनीय बयान है और इसे वापस लेना चाहिए।
राहुल के बयान पर महेंद्र नाथ पांडेय ने कहा कि राहुल का बयान दिवालियापन दिखने जैसा बयान है, क्योंकि चुनाव के बाद ही राहुल एवं उनके गठबंधन के लोग रोना रोने वाले थे। लेकिन उनके पक्ष में रिजल्ट आने के कारण वह अब आरोप लग रहे हैं, क्योंकि हिंदू राष्ट्र वाले देश पर यह आरोप लगाना कि मोदी सरकार निष्पक्ष चुनाव की बाद विश्व के सभी देशों में कहीं जा रही है । जिस पर राहुल द्वारा गलत बयानी की जा रही है। यह निंदनीय है और इसे उन्हें वापस लेना चाहिए।
मंगेश प्रकरण पर राहुल का जो बयान था कि इसका फैसला अदालत करेगी या पुलिस..उस पर पूर्व केंद्रीय मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय ने कहा कि उन्होंने जो कहा है ठीक ही कहा है। पुलिस जब अपराध पर नियंत्रण करने के लिए अंकुश लगाने का कार्य करती है, तो कांग्रेस जैसे बड़ी पार्टी के ऐसे नेता को ऐसे बयान शोभा नहीं देता। यदि अखिलेश ऐसे बयान देते तो यह माना जाता की अखिलेश की सरकार ऐसे गुंडागर्दी व ऐसे लोगों को प्रश्रय देते हैं, लेकिन कांग्रेस जैसी बड़ी पार्टी ऐसे लोगों को प्रश्रय देने का काम कर रही है तो कहीं ना कहीं सपा के संगत का असर दिख रहा है और देश की एक बड़ी पार्टी में गिरावट का असर दिख रहा है।
आप पार्टी के लोग केजरीवाल की जमानत को सत्य की जीत बता रहे हैं तो उन्होंने कहा कि केजरीवाल ऐसे निर्लज्ज नेता हैं जो की इतनी पाबंदियां के बाद भी मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं दे रहे हैं। इसे सत्य की जीत मानें या उनकी सुप्रीम कोर्ट ने मुख्यमंत्री कार्यालय जाने से रोक लगा दी। इसके बाद भी लज्जा आनी चाहिए । इसके बाद भी इस्तीफा दे देना चाहिए, लेकिन केजरीवाल निर्लज्ज नेता हैं.. उन पर इसका कोई असर नहीं है।
चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*