13 टंकियों की मरम्मत में जानबूझकर की जा रही है देरी, करोड़ों रूपए लेकर बैठे हैं ठेकेदार और अधिकारी

1.44 करोड़ की स्वीकृति के बावजूद जलापूर्ति अधर में
13 पेयजल योजनाओं का हाल है बुरा
ग्रामीण इलाकों में पीने के पानी के लिए मचेगी हाहाकार
चंदौली जिले में जल निगम (ग्रामीण) की ओर से जिले की 13 पेयजल योजनाओं की मरम्मत का कार्य शुरू नहीं किया गया है, जबकि जनवरी में इसके लिए टेंडर हो गया था और 1.44 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए थे। मरम्मत न होने से पचास हजार लोगों को शुद्ध पानी नहीं मिल पा रहा है।

आपको बता दें कि जिले की 41 में 13 पेयजल योजनाओं से जुड़े पाइप लाइन मरम्मत के साथ अन्य कार्यों के लिए योजना तैयार की गई है। इसके लिए 1.44 करोड़ रुपये खर्च होने हैं। मरम्मत हो जाने से ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के घरों तक पानी पहुंचने में काफी सहूलियत होगी।
वर्तमान में पाइप क्षतिग्रस्त होने या ट्यूबवेल का मोटर जलने और अन्य खराबी आने पर ग्रामीणों को पानी की दिक्कत हो रही है। विभाग ने नौ जनवरी तक मरम्मत कार्यों के लिए टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर ली है। इसके बावजूद कार्य आरंभ नहीं हुआ है।
इन दिनों जिले के सकलडीहा कस्बा में चल रहे सड़क निर्माण के कारण पानी की पाइप अक्सर क्षतिग्रस्त हो जा रही है। इससे जहां लोगों के घरों तक पहुंचने वाला पानी सड़क पर बहकर बर्बाद हो रहा है। वहीं गंदे पानी की आपूर्ति हो रही है।
नगर पालिका प्रशासन के अलीनगर वार्ड नंबर 16 में कई वार्डों को पानी की आपूर्ति के उद्देश्य से बनाई गई पानी की टंकी का मोटर जल जाने के कारण वार्डवासियों में पानी के लिए परेशान होना पड़ रहा है। घरों तक पहुंचने वाले पानी का वेग भी काफी कम है।

हालांकि जिले में हर घर नल जल योजना का कार्य भी चल रहा है लेकिन अभी तक कुछ गांवों में ही कार्य पूरा हो सका है। इसके पूरा होने में अभी कुछ समय और लग सकते हैं। तब तक पुरानी व्यवस्था से ही जलापूर्ति की जाएगी। पुरानी व्यवस्था के तहत लगे ट्यूबवेल के मोटर अक्सर जल जाते हैं और पाइप भी क्षतिग्रस्त होती रहती है। जिससे दिक्कत होती है।
इस संबंध में एक्सईएन जल निगम ग्रामीण अमित रघुवंशी ने बताया कि शीघ्र ही कार्यदायी संस्थाओं से मरम्मत कार्य आरंभ कराया जाएगा। कार्य होने के बाद लोगों को शुद्ध पानी मिलने लगेगा।
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