अमृत योजना की राह में और भी रोड़े, 2 साल से लटका है जिला मुख्यालय पर शुद्ध पेजयल देने वाला काम

दो साल पहले सरकार से मिल गयी थी मंजूरी
31.94 करोड़ से 3769 घरों में पहुंचेगा पानी
मंजूरी मिलने के बाद काम करने वाली दो-दो संस्थाएं बदलीं
अब जाकर कार्यदायी संस्था ने शुरू किया है काम
चंदौली जिला मुख्यालय पर नगर की चरमराई जलापूर्ति व्यवस्था में सुधार के लिए अमृत योजना के तहत भेजी गई 31.94 करोड़ की कार्ययोजना को शासन की मंजूरी मिलने के बाद दो-दो कार्यदायी संस्थाएं बदली गई। शासन से धनराशि भी जारी हो गई। अब दो साल बाद अब योजना के तहत तेजी से काम शुरू किया गया है। कार्यदायी संस्था फाइनल होने के बाद टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर काम शुरू हो गया है। फिलहाल पाइपलाइन बिछाने का काम चल रहा है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि करीब 10 फीसदी काम पूरा कर लिया गया है।

योजना के तहत प्रस्तावित कार्य पूरे होने के बाद नगर के 3769 घरों में शुद्ध पेयजल पहुंचने लगेगा। योजना के तहत पानी की दो नई टंकियां बनाई जाएंगी, जबकि निष्प्रयोज्य पड़ी एक टंकी की मरम्मत कर उसके माध्यम से भी जलापूर्ति की व्यवस्था की जाएगी। अमृत योजना फेस-2 के तहत नगरीय क्षेत्रों में हर घर नल योजना के तहत प्रस्तावित कार्य करने की जिम्मेदारी जल निगम नगरीय को दी गई है। जल निगम की तरफ से चंदौली नगर पंचायत क्षेत्र के लिए 31.94 करोड़ रुपये की नई पेयजल कार्ययोजना तैयार की गई थी।
कार्ययोजना को दो साल पहले शासन की मंजूरी मिलने के बाद जल निगम ने टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर काम शुरू करा दिया है। वर्तमान में नगर में पाइपलाइन बिछाने का काम चल रहा है। नगर पंचायत की ओर से पूर्व में की गई व्यवस्था के तहत 1744 घरों में ही पानी के लिए कनेक्शन हैं। नई योजना के बाद कनेक्शन की संख्या बढ़ाकर 3769 की जाएगी। ताकि ज्यादा से ज्यादा घरों तक शुद्ध पानी पहुंचाया जा सके।

बताया जा रहा है कि अमृत योजना के तहत आंबेडकर नगर में एक हजार किलोलीटर और लाल बहादुर शास्त्री नगर में 650 किलोलीटर क्षमता की दो नई टंकियां बनाई जाएंगी। इन टंकियों में पानी भरने के लिए दो-दो ट्यूबवेल लगाए जाएंगे। टंकियों से पाइपलाइन के माध्यम से घरों तक पानी पहुंचाया जाएगा।
गौतम नगर की टंकी की भी होगी मरम्मत
गौतम नगर में कुछ साल पहले 1800 किलोलीटर क्षमता की टंकी बनाई गई थी। पानी चढ़ाने के लिए ट्यूबवेल भी लगाया गया था। इसके बावजूद पाइपलाइन से कनेक्शन नहीं जोड़े जाने के कारण यह टंकी निष्प्रयोज्य पड़ी हुई है। टंकी क्षतिग्रस्त भी हो गई है। अब इसकी मरम्मत कर टंकी को उपयोग में लाया जाएगा।
जल निगम नगरीय निर्माण खंड के प्रथम एक्सईएन कमल सिंह ने बताया कि चंदौली में स्वीकृत कार्ययोजना के तहत पाइपलाइन बिछाने का काम शुरू कर दिया गया है। टयूबवेल लगाने के लिए चिह्नित जमीन पर कब्जे के लिए कोशिश की जा रही है। जमीन उपलब्ध होते ही ट्यूबवेल लगवा दिया जाएगा।
ट्यूबवेल लगाने के लिए नहीं मिल रही जमीन
टंकियों में पानी चढ़ाने के लिए ट्यूबवेल लगाए जाने हैं। दोनों स्थानों पर ट्यूबवेल के लिए चिह्नित जमीन पर अतिक्रमण है। जल निगम राजस्व विभाग को चिह्नित जमीन से अतिक्रमण हटवाने के लिए कई बार पत्र लिख चुका है, इसके चलते ट्यूबवेल लगाने में विलंब हो रहा है।
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