संपूर्ण समाधान दिवस में पहुंचा दारू की बोतल और थाली में मुर्गा का मामला, DM ने दिए जांच के आदेश

दारू-मुर्गा के नशे में धुत रहता है लेखपाल
नशे की हालत में भूल गया चक रोड नापने का काम
शिकायत मिलते ही डीएम साहब ने बैठा दी जांच
आरोप सही निकला तो निलंबित होना पक्का
चंदौली जिले के जिलाधिकारी अक्सर मीटिंग करके और विभिन्न कार्यायलयों का निरीक्षण करके कर्मचारियों को अपनी कार्यशैली में सुधार करने और जनता को परेशान न करने का निर्देश देते रहे हैं, लेकिन उनकी इस कार्यवाही का मनमाने और करप्ट कर्मचारियों पर कोई असर नहीं पड़ रहा है। इसका नजारा अक्सर विभिन्न तहसीलों के क्षेत्र में देखा जा सकता है। ऐसी ही एक शिकायत नौगढ़ के संपूर्ण समाधान दिवस में देखने को मिली, जब जिलाधिकारी के सामने दुर्गा और मुर्गा के चक्कर में बिजी रहने वाले लेखपाल का मामला उठाया गया।

नौगढ़ तहसील में लेखपालों की करतूत ने तहसील प्रशासन को सकते में डाल दिया है। शराब की बोतल और मुर्गा की थाली ने नाप-जोख जैसे संवेदनशील काम को मजाक बना दिया। सोमवार को संपूर्ण समाधान दिवस पर जब ग्रामीणों ने यह मामला जिलाधिकारी के सामने रखा, तो उन्होंने तुरंत जांच बैठा दी और दो दिन में एसडीएम को मामले की जांच करके रिपोर्ट सौंपने को कहा है।
ग्रामीण ने की डीएम से शिकायत
जिलाधिकारी चंद्रमोहन गर्ग से फरियाद करते हुए गांव के लोगों ने बताया कि बसौली पंचायत में 8 जून को चक रोड की नापी करने पहुंचे थे, तहसील से पहुंचे लेखपाल त्रिलोकी और राजीव सिंह ने पहले दक्षिण छोर से लालतापुर बॉर्डर और कुएं को आधार मानकर करीब 40 कड़ी की माप की। चक रोड की लाइन वीरेंद्र यादव के खेत से होकर जा रही थी। तभी लेखपालों ने सुझाव दिया कि एक बार उत्तरी छोर से भी नाप ली जाए। वहां से करीब 8 जरीब मापी गई और पहले की नाप को ही सही बताया गया।

ग्रामीणों का आरोप है कि जैसे ही यह स्पष्ट हुआ कि चक रोड वीरेंद्र यादव के खेत से निकलेगा, दोनों लेखपाल उसके घर चले गए। वहां उन्होंने पहले मुर्गा बनवाया, बीयर की बोतल मंगवाई और सरकारी ड्यूटी को दावत में बदल डाला। इस बीच, गांव के प्रधान और ग्रामीण दो घंटे तक चिलचिलाती धूप में उनके लौटने का इंतजार करते रहे।
"नशे में बोले लेखपाल – ‘पहली नाप भूल गए’, अब खेत बचाओ योजना शुरू?"
बताया जा रहा है की जब दोनों लेखपाल वापस लौटे तो नशे में चूर थे। उन्होंने फोन कर बताया कि उन्हें अब पहली नाप याद नहीं, और अब लगभग 70 कड़ी की नई लाइन बताई गई जो खेत से हटकर गरीब किसानों की जमीन पर पड़ती है। तहसील पहुंचे गांव के लक्ष्मण सिंह, अशोक यादव, डंगर यादव, मुन्नालाल, पन्ना लाल यादव समेत दर्जनों ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर कहा कि अगर ऐसे ही नाप में छेड़छाड़ होती रही तो छोटे किसानों की जमीन से जबरन चक निकाल दिया जाएगा और रसूखदारों की खेतें बचा ली जाएंगी।
जिलाधिकारी ने मामले को गंभीर मानते हुए एसडीएम को निर्देश दिए कि दो दिन में नाप की सत्यता की जांच की जाए और यदि आरोप सही पाए जाएं तो दोनों लेखपालों को तत्काल निलंबित किया जाए।
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