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सड़क है या कीचड़ भरा खेत : किसानों ने कस्बे की मुख्य सड़क पर की धान की रोपाई

यह अनोखा प्रदर्शन सिर्फ विरोध का तरीका नहीं, बल्कि एक संदेश भी है कि अगर समस्याओं की अनदेखी की जाएगी, तो आम लोग अपनी आवाज उठाने के लिए नए रास्ते अपनाने से पीछे नहीं हटेंगे।
 

 जल निकासी की समस्या को लेकर परेशान हैं लोग

स्थानीय किसानों ने किया अनोखा विरोध प्रदर्शन

सड़क पर रोपने लगे धान की पौध

चंदौली जनपद के सकलडीहा कस्बे में बुधवार को जल निकासी की समस्या को लेकर किसान यूनियन ने बेहद अनोखे अंदाज में विरोध दर्ज कराया। प्रदर्शन कर रहे किसानों ने कस्बे की मुख्य सड़क पर धान की रोपाई कर प्रशासन का ध्यान आकर्षित किया। इस अनूठे प्रदर्शन को स्थानीय व्यापार मंडल का भी समर्थन मिला, जिसके कई पदाधिकारी धरने में शामिल हो गए।

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सड़क पर धान की रोपाई कर विरोध जताना प्रतीकात्मक नहीं, बल्कि जमीनी हकीकत की तस्वीर है। हल्की बारिश के बाद ही कस्बे की सड़कों पर जलभराव हो जाता है, जिससे दुकानों में पानी घुसने लगता है और लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो जाता है। व्यापारियों को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ता है, तो आम जनता को रोजमर्रा के कार्यों में दिक्कतें उठानी पड़ती हैं।

प्रदर्शनकारी किसानों और व्यापारियों का आरोप है कि प्रशासन को इस समस्या की जानकारी होने के बावजूद कोई स्थायी समाधान नहीं किया गया। हर वर्ष बरसात में यही स्थिति उत्पन्न होती है, लेकिन अधिकारियों की उदासीनता से लोगों में गहरा आक्रोश है। किसान यूनियन ने चेतावनी दी है कि अगर शीघ्र उचित कदम नहीं उठाए गए, तो यह आंदोलन और उग्र रूप लेगा।

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धरनास्थल पर मौजूद किसान यूनियन के नेता दिना नाथ श्रीवास्तव, शेषनाथ यादव, युवा मंडल अध्यक्ष पिंटू पाल, और सकलडीहा व्यापार मंडल के अध्यक्ष कृष्णा सेठ व आनंद सेठ ने एक स्वर में प्रशासन से मांग की कि कस्बे में जल निकासी की ठोस व्यवस्था की जाए, जिससे आम जनता को राहत मिल सके।

इस प्रदर्शन के बाद स्थानीय प्रशासन भी हरकत में आया है। अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों से बात कर जल्द समाधान का आश्वासन देने की कोशिश की, हालांकि धरना तब तक जारी रहेगा जब तक ठोस कार्रवाई नहीं होती।

यह अनोखा प्रदर्शन सिर्फ विरोध का तरीका नहीं, बल्कि एक संदेश भी है कि अगर समस्याओं की अनदेखी की जाएगी, तो आम लोग अपनी आवाज उठाने के लिए नए रास्ते अपनाने से पीछे नहीं हटेंगे।

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