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नौगढ़ के नरकटी जंगल में हुआ फिर हमला, 3 महीने में तीसरी घटना से हड़कंप

यह घटना कोई पहली नहीं है। इसके पहले 7 फरवरी को लौवारी कला गांव के लालबरत कोल पर भी भालू ने हमला किया था। इसके बाद 4 मार्च को सरसो काटने गए राम भवन पर भी यही जानलेवा हमला हुआ था।
 

 मादा भालू ने महिला को किया लहूलुहान

घायल महिला को ट्रॉमा सेंटर किया गया रेफर

नरकटी जंगल में पसरा खौफ

ग्रामीणों में बढ़ता जा रहा है आक्रोश

चंदौली जिले के नौगढ़ क्षेत्र में एक और भालू का हमला हुआ है। इस बार जैमोहनी रेंज के नरकटी बीट के अमदहां जंगल में लकड़ी लेने गई महिला पर मादा भालू ने अचानक हमला कर दिया। जिसमें वह गंभीर रूप से घायल है और प्राथमिक इलाज के बाद महिला को गंभीर हालत में ट्रॉमा सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया है।

आपको बता दें कि अनिता देवी, जो अपनी जेठानी सविता देवी के साथ जंगल में जलावन लकड़ी लेने गई थीं, पर झाड़ियों में छिपे भालू ने हमला बोल दिया। भालू के नुकीले पंजों और दांतों से किए गए हमले में बाएं हाथ, पांव और शरीर पर गंभीर जख्म हो गए। चीख-पुकार सुनकर पहुंचे ग्रामीणों ने लाठी-डंडों से भालू को खदेड़कर महिला की जान बचाई। इसके बाद 108 एंबुलेंस से महिला को नौगढ़ सीएचसी ले जाया गया, जहां से गंभीर हालत में ट्रामा सेंटर के लिए रेफर किया गया।

Female bear

तीन महीने में तीसरा हमला
यह घटना कोई पहली नहीं है। इसके पहले 7 फरवरी को लौवारी कला गांव के लालबरत कोल पर भी भालू ने हमला किया था। इसके बाद 4 मार्च को सरसो काटने गए राम भवन पर भी यही जानलेवा हमला हुआ था। तीनों मामलों में गंभीर चोटें आयीं थीं और सभी को  ट्रॉमा सेंटर के लिए रेफर किया गया था। लेकिन इन घटनाओं के बाद भी वन विभाग की चुप्पी एक जैसी रही है।

Female bear

अब ग्रामीणों का टूट रहा है धैर्य
ग्रामीणों का कहना है कि नरकटी और लौवारी कला जंगल में भालुओं की बढ़ती संख्या और बिना निगरानी के इनकी गतिविधियां अब मानव जीवन के लिए सीधा खतरा बन चुकी हैं। वन विभाग को बढ़ रही घटनाओं पर रोक लगाने के लिए कुछ करना चाहिए।

लोगों की ये है मांगें :
1. जंगल क्षेत्र में वनकर्मियों की गश्त बढ़ाई जाए।
2. सीसीटीवी कैमरे, ड्रोन और ट्रैप कैमरों से जंगली जानवरों की निगरानी होनी चाहिए।
3. ग्रामीणों को सुरक्षा किट और प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए, ताकि जंगल में अपनी रक्षा कर सकें।
4. घायल पीड़ितों को समुचित मुआवजा और परिवार को सहायता दी जानी चाहिए।

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