Fire Brigade in Chandauli : 44 तालाबों के पानी से होगी किसानों की फसलों की सुरक्षा, ऐसी है फायर ब्रिगेड की तैयारी

आग लगने के बाद राख बुझाने पहुंचती है फायर ब्रिगेड
संपर्क मार्ग के अभाव में दमकल गाड़ियों को पहुंचने में दिक्कत
मुख्यालय से 16 किमी दूर स्थित है फायर बिग्रेड कार्यालय
चंदौली जनपद में लगभग पांच लाख किसानों की फसल महज 44 तालाब व सरोवरों के भरोसे है। हैरानी की बात यह है कि फायर ब्रिगेड के पास मौजूद संसाधन की भी भारी कमी है। फसलों में जब भी आग लगती है तो फायर ब्रिगेड गाड़ियां राख बुझाने के लिए पहुंचती है। भले ही जिलों में नेहरू का जंजाल है।

आपको बता दें कि संपर्क मार्ग के अभाव में वहां तक फायर ब्रिगेड की गाड़ियां नहीं पहुंच पाती हैं। जिला मुख्यालय से 16 किलोमीटर दूर फायर ब्रिगेड कार्यालय है। फायर विभाग के पास तीन फायर स्टेशनों में पांच हजार लीटर के तीन दमकल चाहिए लेकिन वर्तमान में दो उपलब्ध है। दो हजार लीटर की तीन वाहन में मात्र एक उपलब्ध है, दो की कमी है। मात्र चार सौ लीटर क्षमता के चार वाहन से काम चल रहा है।
वाहनों का हाल यह है कि दो वाहन खराब हो चुके हैं। इसे कंडम कर नया वाहन दे दिया जाए तो कमी कुछ हद तक पूरी हो सकती है। वर्तमान में एक पांच हजार लीटर और एक दो हजार लीटर की टंकी खराब है। विभाग की ओर से इसे कंडम घोषित करने के लिए पत्र लिखा गया है।
चंदौली जिला मुख्यालय के नाम से चलने वाला फायर स्टेशन 16 किमी दूर मुगलसराय में संचालित हैं। मुख्य अग्नि शमन अधिकारी कार्यालय परिसर में ही मुगलसराय फायर स्टेशन और चंदौली फायर स्टेशन संचालित होता है। यदि चंदौली में आग लगती है और फोन आता है तो मुगलसराय से वाहन जाता है। ऐसे में इतनी दूर वाहन पहुंचते पहुंचते आग बुझ चुकी होती है।
जिले में चकिया, नौगढ़ और रामनगर औद्योगिक क्षेत्र में फायर स्टेशन प्रस्तावित है। रामनगर में फायर स्टेशन का निर्माण चल रहा है लेकिन चकिया व नौगढ़ के लिए धन ही स्वीकृत नहीं हो सका है।

चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*