सरकार की ‘ब्लू इकोनॉमी’ को मजबूती देगी निर्माणाधीन मत्स्य मंडी, सचिव के साथ DM-CDO ने किया निरीक्षण

मत्स्य मंत्रालय के सचिव ने देखा हाल
भारत सरकार द्वारा निर्माणाधीन मत्स्य मंडी में होंगी कई खास सुविधाएं
जिलाधिकारी चंद्रमोहन गर्ग ने मत्स्य पालकों के साथ की मीटिंग
दुकानों के आवंटन में मत्स्य विभाग को पारदर्शिता बरतने के निर्देश
चंदौली जिले में भारत सरकार के मत्स्य मंत्रालय के सचिव अभिलक्ष लिखी ने बुधवार को नवीन मंडी परिषद स्थित निर्माणाधीन मत्स्य मंडी का निरीक्षण कर कार्य प्रगति की विस्तृत समीक्षा की और नए तय समय सीमा के अंदर काम पूरा करने पर जोर दिया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने संबंधित अधिकारियों और कार्यदायी संस्थाओं को स्पष्ट निर्देश दिए कि मंडी को आधुनिक तकनीक और सुविधाओं से सुसज्जित किया जाए, जिससे मत्स्य व्यवसाय को गति मिले और मत्स्य पालकों को अधिक लाभ मिल सके।

सचिव भारत सरकार ने विशेष रूप से आइस प्लांट, आइस सप्लाई, शीत श्रृंखला (कोल्ड चेन), स्वच्छता, जल निकासी एवं विपणन सुविधा जैसे बुनियादी ढांचे को उच्च प्राथमिकता के साथ विकसित करने पर बल दिया। उन्होंने मंडी परिसर को मत्स्य व्यवसाय के लिए एक ‘मॉडल हब’ के रूप में विकसित करने की बात कही। निरीक्षण के दौरान सचिव महोदय ने उपस्थित मत्स्य पालकों से सीधे संवाद किया, उनकी समस्याएं सुनीं और योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार मत्स्य पालकों की आय में वृद्धि और सतत विकास के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।

डीएम बोले- इमानदारी से होगा दुकानों का आवंटन
इसी क्रम में जिलाधिकारी चंद्र मोहन गर्ग और मुख्य विकास अधिकारी ने मत्स्य विभाग के अधिकारियों एवं वहां उपस्थित मत्स्य पालकों व किसानों के साथ बैठक कर उनकी समस्याओं को सुना। दुकानों के आवंटन के संबंध में जिलाधिकारी ने कहा कि इस संबंध में मत्स्य विभाग द्वारा जो भी नियम बनाए जाएंगे, उनका पारदर्शिता के साथ अनुपालन सुनिश्चित कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह निरीक्षण न केवल परियोजना की गुणवत्ता सुनिश्चित करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है, बल्कि सरकार की ‘ब्लू इकोनॉमी’ को मजबूती देने की दूरदर्शी नीति का भी परिचायक है।
1500 से ज़्यादा लोगों को मिलेगा प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार
आपको बता दें कि डबल इंजन की सरकार चंदौली में देश की सबसे बड़ी स्टेट ऑफ आर्ट होलसेल फिश मार्केट का निर्माण करा रही है। 61.87 करोड़ की लागत से अंतरराष्ट्रीय स्तर की अल्ट्रा मॉडल मत्स्य मंडी बन रही है। इस मंडी के बनने से पूर्वांचल के मत्स्य पालन करने वालों की आय दोगुनी से भी ज़्यादा होगी। साथ ही 1500 से ज़्यादा लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा। मछली से सम्बंधित सभी कारोबार एक छत के नीचे होगा। यहां फिश रेस्टोरेंट, प्रशिक्षण के लिए कांफ्रेंस हॉल, प्रोसेसिंग यूनिट समेत कई तरह की सुविधाएं होंगी। स्टेट ऑफ आर्ट होलसेल फिश मार्केट का निर्माण लगभग 95 प्रतिशत पूरा हो चुका है। जल्द ही इसका निर्माण कार्य पूर्ण हो जाएगा।
लगभग 61.87 करोड़ हो रहा है खर्च
प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजनान्तर्गत चंदौली में भारत की सबसे आधुनिक मत्स्य मंडी के निर्माण का काम तेजी से चल रहा है। इस तीन मंजिला इमारत का निर्माण दस हजार वर्गमीटर में हो रहा है, जिसकी लागत लगभग 61.87 करोड़ है। मछली के आकार की इस बिल्डिंग में मछली पालन के तरीकों, मार्केटिंग, तकनीक, एक्सपोर्ट से लेकर मछली के कई प्रकार के पकवान पकाने और खाने की भी सुविधा होगी।
मत्स्य मंडी में होंगी ये सुविधाएं
ये देश की पहली अपने तरह की मत्स्य सम्बंधित क़ारोबार की अल्ट्रा मॉडल बिल्डिंग होगी। जिसमें मछली का होलसेल और रिटेल मार्केट होगा। सीड्स,फीड्स, चारा, दवाएं, कोल्ड स्टोरेज, म्यूजियम और अन्य उपकरण सभी चीजें एक छत के नीचे उपलब्ध होंगी। मछली पालन को लेकर दुनिया भर में चल रही नई तकनीक का प्रदर्शन आधुनिक एग्जीबिशन हॉल में किया जाएगा। बिल्डिंग में कॉन्फ्रेंस हाल भी बनेगा, जहां मत्स्य पालकों का प्रशिक्षण व सेमिनार आदि होगा। बिल्डिंग में फ़िश प्रोसेसिंग यूनिट भी होगी। पीपीपी मॉडल पर तीसरी मंज़िल पर एक एक्सक्लूसिव फिश रेस्टोरेंट होगा। जहाँ फिश के कई प्रकार के व्यंजनों के स्वाद का भी आनंद उठाया जा सकेगा।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी आर जगत सांई,मत्स्य विभाग के अधिकारी, कार्यदायी संस्था के प्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में मत्स्यपालक उपस्थित रहे।
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