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सौर ऊर्जा से लाभान्वित होंगे मछुआरों के गांव, मत्स्य पालन विभाग ने मांगा 2 तहसीलों से प्लान

मछुआरों के गांव सौर ऊर्जा से जगमग होंगे। इसके लिए प्रत्येक गांव में करीब 20 हजार की लागत से 11 सोलर लाइटें और 1.19 हजार से दो हाईमास्ट लगाए जाएंगे।
 

मछुआरों के गांव सौर ऊर्जा से होंगे जगमग

प्रत्येक गांव में करीब 20 हजार की लागत से लगाए जाएंगे सोलर लाइटें और हाईमास्ट

 यह है सरकार की योजना

चंदौली जिले में मछुआरों के गांव सौर ऊर्जा से जगमग होंगे। इसके लिए प्रत्येक गांव में करीब 20 हजार की लागत से 11 सोलर लाइटें और 1.19 हजार से दो हाईमास्ट लगाए जाएंगे। मत्स्य पालन विभाग ने पीडीडीयू नगर और सकलडीहा तहसील के गंगा किनारे बसे गांवों के प्रधानों से प्रस्ताव मांगा है।

आपको बता दें कि जिले में गंगा के किनारे करीब 42 गांव स्थित हैं, जिनमें से 20 गांव ऐसे हैं, जहां मछुआरा समाज के लोग रहते हैं। मत्स्य पालन विभाग ने नेडा के सहयोग से इन गांवों में सोलर लाइट और हाईमास्ट लगाने की योजना बनाई है। इसके लिए प्रत्येक गांव में करीब 20 हजार की लागत से 11 सोलर लाइटें और 1.19 हजार से दो हाईमास्ट लगाए जाएंगे। 

इस सम्बन्ध में विभाग के सहायक निदेशक रवींद्र प्रसाद ने बताया कि मछुआरा कल्याण कोष के तहत पहले चरण में सकलडीहा के एक गांव और पीडीडीयू नगर तहसील के दो गांवों में सोलर लाइट और हाईमास्ट लगाए जाएंगे। बाकी गांवों के प्रधानों से भी इसका प्रस्ताव मांगा गया है।


उन्होंने बताया कि मंदिर, चौराहा समेत अन्य सार्वजनिक स्थलों पर हाईमास्ट लगाया जाएगा। वहीं, 300 मीटर तक की गलियां में सोलर लाइट लगाई जाएंगी। अब तक तीन गांवों में हाईमास्ट और सोलर लाइट लगाई जा चुकी हैं। बाकी के गांवों के लिए इसकी प्रक्रिया चल रही है।

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