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गेहूं की खरीद के ऐसे टांगे गए हैं बैनर, ऐसे ही हो रही है गेहूं की खरीद, क्रय केंद्रों पर नहीं पहुंच रहे हैं किसान

यहीं नहीं किसान अपने गेहूं बेचने के लिए जहां धान बेचते हैं उन केंद्र पर पहुंचकर भी निःशुल्क रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। यही नहीं सहज जन सेवा केंद्र पर भी पहुंचकर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।
 

गेहूं की फसल तैयार नहीं

शासन के आदेश पर टांग दिए गए हैं बैनर

कागजों में चलने लगे हैं 87 गेहूं खरीद केन्द्र

कैसे पूरा होगा लक्ष्य

चंदौली जिले में जिला विपणन विभाग की ओर से एक मार्च से गेहूं की खरीद शुरू हो गई है लेकिन लगभग एक सप्ताह के करीब बीत जाने के बाद भी क्रय केंद्रों पर गेहूं बेचने के लिए किसान नहीं पहुंच पाए हैं। जबकि विभाग खरीदारी के लिए ही जनपद में 87 क्रय केंद्रों को सक्रिय कर दिया है, लेकिन गेहूं की फसल की तैयार नहीं होने के कारण केंद्रों पर किसान नहीं पहुंच पा रहे हैं।

जनपद में लगभग 110000 से अधिक हेक्टेयर में गेहूं की बुवाई की गई है। जिला विपणन विभाग की ओर से 87 गेहूं क्रय केंद्र खोले गए है। इसमें मार्केटिंग के 23 पीएससी 1, के 15, पीसीएफ के 13, यूपीएस के 10, नैफेड के 16 एनसीसीएस के इन चार और भारतीय खाद्य निगम के 6 शामिल है। अब तक विभागीय अधिकारियों की माने तो 3000 से अधिक किसानों ने अपना पंजीयन कर लिया है। जहां पहले एक अप्रैल से खरीदारी शुरू होती थी, लेकिन इस बार एक मार्च से ही खरीदारी शासन की ओर से शुरू कर दी गई है और उसकी तैयारी भी पूरी है।

यहीं नहीं किसान अपने गेहूं बेचने के लिए जहां धान बेचते हैं उन केंद्र पर पहुंचकर भी निःशुल्क रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। यही नहीं सहज जन सेवा केंद्र पर भी पहुंचकर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। पिछले वर्ष 2125 रुपए प्रति कुंतल की दर से खरीदी हुई थी, लेकिन इस बार बढ़कर 2275 रुपए प्रति कुंतल खरीद होगी। जो पिछले वर्ष की तुलना में 150 रुपये की बढ़ोतरी की गई है, ताकि किसानों को उनके उपज का अच्छा मूल्य मिल सके। गेहूं की फसल होने में लगभग एक माह का समय है।

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