चंदौली जिले में टारगेट पूरा करने का प्लान, 200 क्विंटल गेहूं देने वाले किसानों के घर जाएंगे अफसर
जिला प्रशासन लक्ष्य पूरा करने के लिए मजबूर
अब घर-घर जाकर गेहूं खरीदने को भी तैयार
200 क्विंटल गेहूं रखने वाले किसानों के दरवाजे जाएंगे अफसर
ऐसा भी दिन आने वाला है अब
चंदौली जिले में अन्नदाताओं के लिए खबर अच्छी है। अब उनके पास 200 क्विंटल गेहूं है तो खरीदने के लिए अफसर गांव और घर तक जाएंगे। अभी तक उन्हें केंद्र पर लाकर बेचने की व्यवस्था रही। शासन ने शुरुआत में ही उन्हें यह सुविधा दी थी कि 100 क्विंटल तक गेहूं बेचने के लिए किसान को सत्यापन नहीं कराना पड़ेगा। पंजीयन के आधार पर खरीद होगी।
आपको बता दें कि समर्थन मूल्य पर जिले में गेहूं की खरीद पहली मार्च से शुरू हो गई थी। डेढ़ माह का समय बीतने के बाद किसानों का गेहूं बिक्री के लिए नहीं आ रहा। खुले बाजार में गेहूं के दाम अधिक होने से किसान आढ़तियों के यहां बेच रहे हैं। इससे केंद्रों पर उपज कम पहुंच रही। लगभग 70 प्रतिशत से अधिक फसल की मड़ाई हो चुकी है।
बताते चलें कि जनपद में गेहूं खरीद के लिए 87 क्रय केंद्रों की स्थापना की गई है। शासन ने 83 हजार 500 मीट्रिक टन गेहूं खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके मद्देनजर अपनी उपज की बिक्री के लिए 4,785 किसानों ने पंजीकरण कराया है। वहीं शासन ने गेहूं का समर्थन मूल्य 2,275 रुपये निर्धारित किया है। कृषि प्रधान जनपद में रबी के चालू सीजन में कृषि विभाग की ओर से 1.13 लाख हेक्टेयर में गेहूं की खेती का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। इसके सापेक्ष 1.11 लाख हेक्टेयर में किसानों ने गेहूं की खेती की है।
हालांकि चालू सीजन में बेमौसम समिति गठित की गई है। बारिश के कारण गेहूं। की खेती पिछड़ गई थी। ऐसे में जनपद में शासन के निर्देश पर एक मार्च से ही गेहूं खरीद का कार्य आरंभ तो कर दिया गया था, लेकिन गेहूं की कटाई में विलंब के कारण क्रय केंद्र सुने पड़े थे। गेहूं की खरीद नही हो पा रही थी, लेकिन एक सप्ताह से कटाई में तेजी आने से अन्नदाता अपनी उपज लेकर क्रय केंद्रों पर पहुंचने लगे हैं।
इस संबंध में चंदौली जिले के जिला खाद्य व विषणन अधिकारी अनुपम निगम ने बताया कि गेहूं की खरीद को 87 क्रय केंद्रों की स्थापना की गई है। क्रय केंद्रों पर उपज पहुंच रही है। वहीं अवैध भंडारण को लेकर भी विभाग सतर्क है ताकि निर्धारित लक्ष्य को पूर्ण किया जा सके।
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