Green Field Expressway : चंदौली में बनेगा 51 किमी ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे, इस इलाके के किसानों और व्यापारियों को होगा अधिक फायदा

चंदौली से गाजीपुर तक बनेगा 51 किमी लंबा ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे
27 गांवों से होकर गुजरेगी सड़क
सपा सांसद वीरेंद्र सिंह ने भी की थी मांग
केंद्र सरकार ने दे दी है इस सड़क की मंजूरी
चंदौली जिले में 51 किमी लंबा ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे बनाया जाएगा। एक्सप्रेस वे गाजीपुर में पूर्वाचल एक्सप्रेस-वे में मिलेगा। इसके लिए जिले के 27 गांवों की 152.22 हेक्टेयर जमीन अधिगृहीत की जाएगी।
आपको बता दें कि चंदौली के सपा सांसद वीरेंद्र सिंह ने बीते साल 9 अगस्त को केंद्री परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात कर एक्सप्रेस वे की मांग की थी। जिसे अब मंजूरी मिल गई है। इसके लिए एनएचएआई की तरफ से जमीन अधिग्रहण के बाबत गजट प्रकाशन भी कर दिया गया है। जल्दी ही टेंडर की प्रक्रिया पूरी कराकर निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।
बताते चले कि चंदौली से गाजीपुर को जोड़ने वाली ज्यादातर सड़कों की हालत काफी खराब है। सड़कों पर जगह-जगह छोटे-बड़े गड्ढे हैं। इसकी वजह से चंदौली में किसानों के उत्पाद या अन्य सामान ले जाने में काफी दिक्कत होती है। साथ ही समय भी ज्यादा लगता है।

लोगों की समस्या को देखते हुए चंदौली के सपा सांसद वीरेंद्र सिंह ने 9 अगस्त 2024 को केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात कर ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे की मांग की थी। परिवहन मंत्री ने इसके निर्माण का आश्वासन दिया था। उसके बाद 28 नवंबर 2024 को परिवहन मंत्री ने वीरेंद्र सिंह को पत्र लिखा। जिसमें उन्होंने ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे की स्वीकृति की जानकारी देने के साथ ही यह भी बताया कि इसके लिए अधिकारियों से डीपीआर की मांग की गई है।

उन्होंने बताया कि बीते 21 फरवरी को एनएचएआई की ओर से ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे के निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण का गजट प्रकाशन किया गया है।
एक्सप्रेस वे के किनारे चीनी मिल की मांग
सपा सांसद वीरेंद्र सिंह ने बताया कि चंदौली कृषि प्रधान जिला है। यहां कृषि से संबंधित उत्पाद भी ज्यादा हैं, लेकिन खराब सड़कें और दूरी की वजह से किसानों को लाभ नहीं मिल पाता है। एक्सप्रेस वे बनने से किसानों को उत्पाद पहुंचाने में काफी आसानी होगी। सांसद ने बताया कि उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी से पत्र के माध्यम से ग्रीन फील्ड के किनारे चीनी मिल खोलने की भी मांग की है। ग्रीन फील्ड के निर्माण से उसके किनारे किसानों की कैश क्रॉप की खेती से आमदनी बढ़ जाएगी। किनारे-किनारे कृषि राइस ब्रान, भूसी, पुआल, कागज कृषि आधारित उद्योग लगेंगे। यहां से पलायन कर रहे युवाओं को रोजगार मिलेगा। सदन में मुगलसराय-सकलडीहा-कमालपुर मार्ग को भी फोरलेन कर ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे से मिलाने का अनुरोध किया है। परिवहन मंत्री का आश्वासन मिला है।
इन गांवों से होकर गुजरेगा एक्सप्रेस वे
सकलडीहा ब्लॉक के एबती, जिगना, सिसौड़ा कला, बघरी, रामरूपदासपुर, चंदौली के हरीपुर, वीरभारपुर, बबुरा खास, डिग्धी, अमड़ा, औरइया, औरइयापट्टी, बरडीहा, इमिलिया, कैथी, बेलगहना, भुवालपुर, मरूई, सिकठा, सबलजलालपुर, जेवरीपट्टी, रेवसा, जेवरीपट्टी लीलाराय, छतेम, बगही कुंभापुर, रैपुरी, बरहनी से होकर ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे गुजरेगा।
इस संबंध में चंदौली के सपा सांसद वीरेंद्र सिंह ने बताया जिले में 51 किमी लंबे ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे के लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को चंदौली की जनता के तरफ से आभार व्यक्त करता हूं। ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे चंदौली के विकास में मौल का पत्थर साबित होगा। यहां के किसानों को लाभ मिलेगा और युवाओं का पलायन रुकेगा। रोजगार के अवसर मिलेंगे।
इस संबंध में एनएचएआई डायरेक्टर अभय जैन ने बताया के परिवहन मंत्रालय के आदेश के बाद ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे के लिए जमीन अधिग्रहण के लिए गजट प्रकाशन कर दिया गया है। भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया जल्दी ही पूरी कराकर टेंडर आदि कराए जाएंगे।
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