DM साहब एक नजर इधर भी.. चंदौली के 64 स्कूल हाईटेंशन तार की जद में, विद्युत विभाग बना है बेपरवाह

लगता है किसी बड़े हादसे के बाद जागेगा बिजली विभाग
कहीं पर हाइटेंशन लाइन तो कहीं खतरनाक है ट्रांसफॉर्मर
पठन-पाठन से पहले सुरक्षा को लेकर अभिभावकों की चिंता बढ़ी
स्कूलों में दुर्घटना की बनी रहती है हमेशा आशंका
चंदौली जिले के 64 परिषदीय विद्यालयों में बच्चों की सुरक्षा पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है। इन विद्यालयों के ऊपर से गुजरते हाईटेंशन तार और परिसर में लगे विद्युत ट्रांसफार्मर कभी भी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकते हैं। बावजूद इसके विद्युत विभाग की ओर से न तो तार हटाने की कार्रवाई हुई है और न ही कोई एहतियाती कदम उठाए गए हैं। एक जुलाई से विद्यालय खुलने वाले हैं, ऐसे में अभिभावक बच्चों की सुरक्षा को लेकर बेहद चिंतित हैं।

बताते चलें कि जिले में कुल 1185 परिषदीय विद्यालय हैं, जिनमें 1.87 लाख से अधिक विद्यार्थी पंजीकृत हैं। इनमें शहाबगंज, सकलडीहा, नौगढ़, शिकारगंज, चकिया, नियामताबाद और बरहनी जैसे विकास खंडों के कई विद्यालय हाईटेंशन तार की जद में हैं। चरहनी के अमड़ा गांव में प्राथमिक विद्यालय परिसर के बीचोंबीच ट्रांसफार्मर लगाया गया है, जबकि चकिया के कंपोजिट विद्यालय मुड़हुआ दक्षिणी और शिकारगंज के डेढौना गांव में तार हटाने की कई बार मांग के बावजूद अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। कई स्थानों पर टूटे खंभों को जुगाड़ से खड़ा किया गया है।

बारिश और तेज हवा के दौरान विद्युत पोलों में करंट उतरने से पहले भी हादसे हो चुके हैं। सकलडीहा के अमर शहीद बालिका इंटर कॉलेज के ऊपर से गुजर रहा 11 हजार वोल्ट का तार छात्राओं के लिए गंभीर खतरा बना हुआ है। चिंगारी निकलने की घटनाएं आम हो चुकी हैं, जिससे भय का माहौल बना हुआ है। अब तक केवल 6 विद्यालयों के लिए ही तार हटाने का पत्र विभाग को भेजा गया है, जबकि 64 विद्यालयों में स्थिति चिंताजनक है।
अधिशासी अभियंता अरविंद कुमार ने बताया कि विद्युत विभाग ने 77 लाख 902 रुपये का स्टीमेट बनाकर शासन को भेजा है। धनराशि मिलने के बाद ही ट्रांसफार्मर और तारों को स्थानांतरित किया जाएगा। विकास खंडवार स्थिति देखें तो बरहनी में 14, घानापुर में 10, सकलडीहा में 12, नियामताबाद में 4, शहाबगंज और सदर में 7-7, तथा चकिया व नौगढ़ में 5-5 विद्यालय खतरे की जद में हैं। ऐसे में आवश्यक है कि प्रशासन तत्काल हस्तक्षेप कर विद्युत विभाग को निर्देशित करे ताकि किसी भी अनहोनी से बचा जा सके और बच्चों को सुरक्षित वातावरण मिल सके।
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