डबल इंजन की सरकार में अटकती है फाइल, कौन करेगा हाईटेक नर्सरी की पैरवी

चंदौली जिले के त्रिपाठ गांव में प्रस्तावित था हाईटेक वेजिटेबल सीडलिंग सेंटर
एक साल बीतने के बाद भी नहीं हो सका काम शुरू
सेंटर में मौसमी सब्जियों की नर्सरी कराई जानी थी तैयार
कृषि विज्ञान केंद्र के प्रक्षेत्र में निर्माण से किसानों को मिलेगा लाभ
चंदौली जनपद के किसानों को लाभान्वित करने के लिए हाईटेक वेजिटेबल सीडलिंग प्रोडक्शन इकाई (सेंटर आफ एक्सीलेंस फार वेजिटेबल) की स्थापना का कार्य फाइलों में ही दम तोड़ रहा है। बीते दिनों चहनियां के त्रिपाठ गांव में उद्यान विभाग की ओर से जमीन चिन्हित कर घेर बाड़ व मिट्टी भराई के लिए 20 लाख रुपये का एस्टीमेट बनाकर शासन को भेजा गया, लेकिन एक वर्ष बीतने के बावजूद कार्रवाई आगे नहीं बढ़ पाई है।

दरअसल जनपद में दो हाईटेक वेजिटेवल सीडलिंग प्रोडक्शन इकाई की स्थापना की जानी थी। इसके मद्देनजर पूर्व में कृषि विज्ञान केंद्र के प्रक्षेत्र में निर्माण कार्य होना था, लेकिन जिला प्रशासन की ओर से जमीन की उपलब्धता सुनिश्चित नहीं करने के कारण कार्रवाई अघर में लटक गई।

उद्यान विभाग की ओर से चहनियां के त्रिपाठ व शहाबगंज के केरायगांव में जमीन चिन्हित की गई, लेकिन केराय गांव में विवाद के कारण चिन्हित जमीन को छोड़ दिया गया। त्रिपाठ गांव में निर्माण की कार्रवाई को आगे बढ़ाया गया, ताकि किसानों को को सब्जियों की उच्च गुणवत्ता को नर्सरी का लाभ मिल सके, लेकिन एक वर्ष बाद भी इस ओर कुछ नहीं हो पाया है। सेंटर का निर्माण मनरेगा योजना के धन से कराया जाना है। साथ ही समूह की महिलाएं इसका संचालन करेंगी।
नर्सरी के निर्माण में 162.41 लाख होंगे खर्च
हाईटेक नर्सरी के निर्माण में 162.41 लाख रुपये खर्च किए जाने है। इसमे श्रमांश में 6.39 लाख और सामग्री में 156.02 लाख रुपये खर्च किया जाना है।
मौसमी सब्जियों की नर्सरी होगी तैयार
सेंटर में मौसमी सब्जियों की नर्सरी तैयार कराई जाएगी। इसमें लौकी, नेनुआ, मिर्च, टमाटर, करैला आदि की सब्जियां शामिल होंगी।
इस संबंध में जिला उद्यान अधिकारी डा. शैलेंद्र देव दुबे ने बताया कि हाईटेक नर्सरी की स्थापना के लिए वहनियों के त्रिपाठ गांव में जमीन चिन्हित कर घेर बाड़ व मिट्टी भराई के लिए शासन को स्टीमेट भेजा गया था, लेकिन इस ओर अभी कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है। जब पैसा मिलेगा तो तेजी से काम शुरू हो जाएगा।
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