..आखिरकार रिग्जियान सैंफिल ने मांग लिया VRS, जानिए क्या है आगे का प्लान
चंदौली जिले में यादगार था कार्यकाल
2003 में भारतीय प्रशासनिक सेवा में हुए थे चयनित
चंदौली जनपद के लोग आज भी करते हैं याद
देश की भारतीय प्रशासनिक सेवा में आए उत्तर प्रदेश कैडर के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी रिग्जियान सैंफिल ने आखिरकार स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए आवेदन दे दिया है। उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से इस पर मंजूरी भी मिल गई है। अब यह प्रस्ताव केंद्र सरकार के पास है, जहां पर उनको मंजूरी का इंतजार करना पड़ रहा है।

आपको बता दें कि 2003 में भारतीय प्रशासनिक सेवा में चयनित हुए रिग्जियान सैंफिल की छवि एक ईमानदार आईएएस अधिकारी के रूप में रही है। लगभग आधा दर्जन जिलों में जिलाधिकारी और अन्य पदों पर कार्य करते हुए उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर लोगों के बीच अपनी एक खास जगह बनाई है। फरियादी की समस्या को सुनकर संवेदनशील तरीके से उसका निस्तारण करना उनकी प्राथमिकता रही है।
नक्सल प्रभावित चंदौली जिले में भी उन्होंने जिलाधिकारी के रूप में अपनी सेवाएं दी हैं और जनपद के कई सुदूरवर्ती गांव और इलाकों में जाकर लोगों से सीधी बातचीत की। चंदौली जनपद के लोग आज भी उनके कार्यकाल को याद करते हैं।
चंदौली समाचार से खास बातचीत करते हुए रिग्जियान सैंफिल ने कहा कि स्वास्थ्य कारणों के आधार पर वह प्रशासनिक सेवा से रिटायरमेंट ले रहे हैं। वह अपना काम अपनी शारीरिक परेशानियों की वजह से अपना काम और बेहतर तरीके से निष्पादित करने में कठिनाई महसूस कर रहे थे, इसलिए वह स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति चाह रहे थे। उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से इसके लिए मंजूरी मिल गई है। अब केंद्र सरकार से मंजूरी का इंतजार है।

रिग्जियान सैंफिल ने कहा कि वह रिटायरमेंट के बाद अपने पैतृक गांव लेह (लद्दाख) में जाकर परिवार के लोगों के साथ समय व्यतीत करेंगे। वहीं जाड़े के समय में देहरादून में अपने परिवार के लोगों के साथ रहेंगे। रिग्जियान सैंफिल ने कहा कि अब वह स्वास्थ्य लाभ के साथ-साथ वह अगले कुछ दिनों में आध्यात्मिक क्षेत्र में कुछ काम करना चाहते हैं। इसीलिए सरकारी सेवा से रिटायर होना चाह रहे हैं। 20 साल की सेवा में बहुत कुछ पाया है। लोगों का प्यार हमेशा यादगार बना रहेगा।
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