मुगलसराय के इन इलाकों में हो रही है अवैध प्लाटिंग, वाराणसी विकास प्राधिकरण ने चलाया बुलडोजर

6 बीघा अवैध प्लाटिंग पर वाराणसी विकास प्राधिकरण का एक्शन
चहारदीवारी को वीडीए ने किया ध्वस्त
मुगलसराय इलाके के अवैध बिल्डरों में मचा रहा हड़कंप
चंदौली जिले के मुगलसराय (पंडित दीन दयाल उपाध्याय) तहसील इलाके में अवैध तरीके से प्लाटिंग करने का सिलसिला जारी है। कई बिल्डर अवैध रूप से जमीनों का एग्रीमेंट करके जमीनें ग्राहकों को बेंच रहे हैं और प्लाटिंग के नाम पर बाउंड्री वाल बनाकर लोगों को झांसा दे रहे हैं। ऐसी जगहों पर वाराणसी विकास प्राधिकरण (वीडीए) ने शुक्रवार को जोरदार तरीके से कार्रवाई की और अवैध रुप से बनने वाली कॉलोनियों को पहले ही ढहा दिया।

वाराणसी विकास प्राधिकरण के अफसरों ने अलीनगर नहर के पास करीब 6 बीघा क्षेत्र में हो रही अवैध प्लाटिंग की चहारदीवारी और निर्माण कार्यों को जेसीबी मशीन से गिरा दिया गया। साथ ही प्लाटिंग के लिए बनाए गए अस्थायी कार्यालयों को भी ध्वस्त कर दिया गया, क्योंकि यहां का सारा निर्माण कार्य अवैध था और इनके द्वारा गलत तरीके से प्लाटिंग की जा रही थी।

यह कार्रवाई उच्चाधिकारियों के निर्देश पर वीडीए के जोनल अधिकारी सिंह गौरव जयप्रकाश और अवर अभियंता अशोक कुमार यादव की देखरेख में की गई। टीम ने अलीनगर नहर के पास बिना नक्शा और लेआउट स्वीकृत कराए विकसित की जा रही अवैध कॉलोनी में सड़क निर्माण, प्लाटों की बाउंड्री वॉल और अन्य निर्माण कार्यों को गिरा दिया।
जोनल अधिकारी गौरव जयप्रकाश ने बताया कि संबंधित भूखंड के प्लाटरों को पहले ही 27 जनवरी को उत्तर प्रदेश नगर नियोजन एवं विकास अधिनियम 1973 के अंतर्गत नोटिस जारी किया गया था, लेकिन न तो उन्होंने अनुमति ली और न ही नक्शा पास कराया। ऐसे में अज्ञात कॉलोनाइजरों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए अवैध रूप से विकसित छह बीघा जमीन पर प्लाटिंग को नष्ट किया गया।
वाराणसी विकास प्राधिकरण ने आमजन से अपील की कि कोई भी प्लाट खरीदने से पहले वीडीए से संबंधित दस्तावेजों की पूरी जानकारी जरूर लें। ताकि बाद में उन्हें किसी प्रकार की दिक्कत न हो।
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