नए साल में दिखने लगेगा इंडो-इजराइल एक्सीलेंस सेंटर का काम, देखिए कितना सच होता है दावा
सेंटर का निर्माण कार्य 55 प्रतिशत पूर्ण होने का दावा
वर्ष 2025 में किसानों को मिलेगा इंडो इजराइल एक्सीलेंस सेंटर का तोहफा
1.76 करोड़ खर्च करके हो रहा है काम
चंदौली जिले में इंडिया व इजराइल के सहयोग से माधोपुर में चल रहे एक्सीलेंस सेंटर का निर्माण कार्य 55 प्रतिशत पूर्ण हो गया है। नए साल 2025 में किसानों को सेंटर का तोहफा मिलने की उम्मीद है। शासन ने इसके लिए 1.76 करोड़ रुपये स्वीकृत किया है। प्राप्त धन से प्रशासनिक भवन और बाउंड्रीवाल यानि सिविल वर्क का कार्य कराया जा रहा है। एक्सीलेंस सेंटर के निर्माण से किसानों को सब्जी की उत्तम प्रकार की नर्सरी तो उपलब्ध होगी ही उन्हें प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
दरअसल जनपद में किसान परंपरा से धान व गेहूं की करते आ रहे हैं। ऐसे में शासन की मंशा है कि धान व गेहूं के उत्पादन में अग्रणी जिले को सब्जी उत्पादन में भी बेहतर बनाया जा सके। इससे किसानों की आय में बढ़ोतरी तो होगी ही सब्जी उत्पादन में जनपद अव्वल बनेगा। इसके मद्देनजर माधोपुर में इंडिया व इजराइल के सहयोग से एक्सीलेंस सेंटर का निर्माण चल रहा है। सेंटर का निर्माण 12.48 हेक्टेअर प्रक्षेत्र में कराया जा रहा है। इसमें प्रशासनिक भवन के साथ सब्जी की हाइटेक नर्सरी के उत्पादन के लिए पाली हाउस, ट्रेनिंग हाल, आवास आदि का निर्माण कराया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि सेंटर के निर्माण के लिए बीते वर्ष 14 जुलाई को इजराइल की टीम ने माधोपुर गांव का जायजा लिया था। टीम के सदस्यों ने सभी पहलुओं की जांच की थी। उनकी संस्तुति के बाद इंडो- इजराइल एक्सीलेंस सेंटर का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। सेंटर का निर्माण कार्यदायी संस्था राज्य निमांण सहकारी संघ लिमिटेड की ओर से कराया जा रहा है।
एक्सीलेंस सेंटर में तैयार होगी सब्जी की नर्सरी
लगभग दस करोड़ की लागत से बनने वाले एक्सीलेंस सेंटर में सब्जी की नर्सरी तैयार की जाएगी। अत्याधुनिक तकनीकी के जरिए बीज तैयार किया जाएगा। इससे किसानों को काफी लाभ होगा। किसानों को बीज के साथ ही प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
इस सम्बंध में जिला उद्यान अधिकारी शैलेंद्र देव दुबे ने बताया कि सेंटर का निर्माण का कार्य प्रगति पर है। वर्तमान में सिविल वर्क का कार्य कराया जा रहा है। सेंटर के बनने से किसानों को लाभ मिलेगा।
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