जिले का पहला ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टलMovie prime

चंदौली में समय पर नहीं पूरे होते हैं करोड़ों के प्रोजेक्ट, न अच्छे से मॉनिटरिंग और न ही किसी की जवाबदेही

चंदौली जिले में मार्च 2024 तक परियोजना पूरी कर जलापूर्ति शुरू करने का लक्ष्य तय किया गया था लेकिन अभी तक जिले के 35 गांवों में काम ही नहीं शुरू हो पाया है।
 

35 गांवों में शुरू ही नहीं हो सकी हर घर नल और जल योजना

कार्यदायी संस्थाओं की सुस्ती के कारण लंबा खिच रहा है काम

कहीं टंकी तो कहीं पाइप लाइन बिछाने का काम बाकी

चंदौली जिले में करीब 12 सौ करोड़ रुपए की लागत से तीन साल से हर घर नल जल योजना का काम चल रहा है। चार कंपनियों को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। मार्च 2024 तक परियोजना पूरी कर जलापूर्ति शुरू करने का लक्ष्य तय किया गया था लेकिन अभी तक जिले के 35 गांवों में काम ही नहीं शुरू हो पाया है। जल निगम के अधिकारी जमीन न मिलने और भूमि विवादों को इसकी वजह बता रहे हैं।


आपको बता दें कि जल जीवन मिशन के तहत जिले में मार्च 2021 से चल रही हर घर नल जल योजना की प्रगति बेहद सुस्त है। मार्च 2024 तक योजना को धरातल पर उतारकर हर घर में पेयजल की आपूर्ति शुरू करनी थी लेकिन अभी तक काम पूरा नहीं हो पाया है। वहीं, जिले के 35 गांव ऐसे हैं, जहां काम शुरू ही नहीं हो पाा। इस संबंध में जल निगम ग्रामीण ने डीएम को पत्र भी लिखा है।


इस सम्बंध में निगम का कहना है कि कार्यदायी संस्थाओं को नलकूप और पानी की टंकी बनाने के लिए उपलब्ध कराई गई जमीन का सीमांकन न होने और विवादों के कारण काम शुरू नहीं किया जा सका है। छह गांव ऐसे हैं जहां जमीन नहीं मिल पाई और 29 गांवों में विवाद की वजह से काम चालू ही नहीं हो पाया।


एक घर में भी नहीं पहुंचा नल से जल 


जल निगम योजना से जुड़ 80 प्रतिशत काम पूरा होने का दावा कर रहा है लेकिन अभी तक किसी भी घर में पानी नहीं पहुंचा है जिले की 734 ग्राम पंचायतों में पानी पहुंचाने के लिए मार्च 2024 तक काम पूरा करना था। तीन साल से ज्यादा समय बीतने के बाद भी कई गांवों में पानी की टंकी, बोरिंग, कनेक्शन और पाइप लाइन बिछाने का काम अभी तक अधूरा है।

इस सम्बंध में जल निगम के एक्सईएन अमित कुमार रघुवंशी ने बताया कि हर घर नल जल योजना से जुड़े काम तेजी से कराए जा रहे हैं। हालांकि 35 गांवों में जमीन न मिलने और भूमि विवाद के कारण काम शुरू नहीं हो सका है। डीएम को पत्र लिखकर भूमि उपलब्ध कराने और विवादों का निपटारा कराने की मांग की गई है।

                                                                                                                                                                                                                                       

चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*