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झन्मेजय सिंह के मां की तबियत खराब, कहा- बिना संकल्प पूरा किए नहीं लौटेंगे घर

अधिवक्ता झन्मेजय सिंह ने कहा कि जिस संकल्प के साथ वह चंदौली से निकले हैं, उसे पूरा किए बगैर वह वापस नहीं लौटेंगे। साथ ही उन्होंने एक बार फिर चंदौली के जनप्रतिनिधियों की संवेदनहीनता व उदासीनता पर आक्रोश व नाराजगी व्यक्त की।
 

जिला न्यायालय निर्माण व मुख्यालय के लिए संघर्ष जारी

पदयात्रा करते हुए पहुंचने वाले हैं लखनऊ

सोशल मीडिया पर पोस्ट करके दी है जानकारी

संकल्प को लेकर पूरी तरह से अडिग

चंदौली जिले के जिला न्यायालय निर्माण व मुख्यालय के विकास के लिए न्याय पदयात्रा लेकर दिल्ली निकले अधिवक्ता झन्मेजय सिंह की माता की तबियत बिगड़ने के बाद भी वह अपने संकल्प पर अडिग हैं। इस बात जानकारी झन्मेजय सिंह द्वारा सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए दी गई है। इसके बावजूद इसके वह न्याय पदयात्रा को अपनी अगुवाई में आगे बढ़ाने के अपने संकल्प पर अडिग हैं। फिलहाल न्याय पदयात्रा लखनऊ में है और अपने अगले पड़ाव की तैयारी में है। इसकी जानकारी होने पर चंदौली के तमाम लोगों व झन्मेजय सिंह के करीबियों ने उनका हौसला बढ़ाया।

Jhanmejay singh

आपको बता दें कि विदित हो कि न्याय पदयात्रा चंदौली से अधिवक्ता झन्मेजय सिंह की अगुवाई में 8 सितंबर को निकली है, जो वाराणसी, जौनपुर व सुल्तानपुर जनपद होते हुए लखनऊ पहुंच चुकी हैं। यात्रा का नेतृत्व कर रहे अधिवक्ता झन्मेजय सिंह ने बुधवार को सोशल मीडिया पर पोस्ट करके अपनी माता के तबियत खराब होने की जानकारी दी। फिलहाल वह न्याय पदयात्रा लेकर लखनऊ में आगे बढ़ रहे हैं। ऐसे में उनकी माता की तबियत बिगड़ने से उनकी चिंताओं के बीच झन्मेजय सिंह चंदौली के विकास व न्यायालय के निर्माण के मुद्दे को लेकर आगे बढ़ रहे हैं।

Jhanmejay singh
हालांकि उनकी दृढ़ संकल्प को लोगों ने सलाम किया। कुछ साथियों ने इस बात का भरोसा दिया कि वह पदयात्रा को आगे बढ़ाएं, क्योंकि वह उनकी माता की देखभाल के लिए चंदौली में मौजूद हैं। वहीं अधिकांश ने उन्हें पदयात्रा की जिम्मेदारी अन्य साथियों को सौंपकर मां की देखभाल के लिए लौट आने का आग्रह किया। लेकिन झन्मेजय सिंह अपने संकल्प को लेकर पूरी तरह से अडिग हैं।

Jhanmejay singh
अधिवक्ता झन्मेजय सिंह ने कहा कि जिस संकल्प के साथ वह चंदौली से निकले हैं, उसे पूरा किए बगैर वह वापस नहीं लौटेंगे। साथ ही उन्होंने एक बार फिर चंदौली के जनप्रतिनिधियों की संवेदनहीनता व उदासीनता पर आक्रोश व नाराजगी व्यक्त की।

अधिवक्ता झन्मेजय सिंह ने कहा कि वह चंदौली के नाकारा जनप्रतिनिधियों के कारण आज विषम परिस्थिति में अपनी मां को अकेला छोड़कर चंदौली के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इसे चंदौली के लोग सदैव याद रखेंगे। 23 सितम्बर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात का प्रयास किया जाएगा।जिसके बाद दिल्ली के लिए रवाना होंगे।

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