चंदौली में कृषि संवाद कार्यक्रम आयोजित, किसानों को मिली आधुनिक खेती से आय बढ़ाने के दिए गए टिप्स
कृषि संवाद कार्यक्रम में किसानों से हुई चर्चा
परंपरागत खेती छोड़ आधुनिक तकनीक अपनाएँ किसान
2047 तक 30 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था लक्ष्य
CDO ने दोगुनी आमदनी का दिया मंत्र
चंदौली जिले में समर्थ उत्तर प्रदेश विकसित उत्तर प्रदेश अभियान के तहत सोमवार को कृषि विज्ञान केंद्र सभागार में कृषि क्षेत्र से जुड़े प्रबुद्ध लोगों के साथ संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य किसानों को परंपरागत खेती से हटकर आधुनिक तकनीक अपनाने और कृषि उत्पादन बढ़ाने की दिशा में जागरूक किया गया।

आपको बता दें कि कार्यक्रम में शासन से नामित अतिथि पूर्व आईएएस अधिकारी लाल जी राय, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के पूर्व प्रोफेसर सुरेश कनोडिया और कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी नरेंद्र सिंह रघुवंशी उपस्थित रहे। सभी ने किसानों और कृषि विशेषज्ञों को संबोधित करते हुए बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2047 तक देश को 30 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का संकल्प लिया है। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य की अर्थव्यवस्था को 6 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया है।

बताते चलें कि मुख्य विकास अधिकारी आर. जगत साँई ने किसानों से आह्वान किया कि वे परंपरागत खेती छोड़कर आधुनिक तकनीक और वैज्ञानिक तरीकों को अपनाएँ। इससे न केवल लागत कम होगी बल्कि उपज भी बढ़ेगी और किसानों की आय दोगुनी हो सकेगी।
बता दें कि उप कृषि निदेशक भीमसेन ने अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि किसानों को जो सुझाव और तकनीकें बताई गई हैं, उनका उपयोग कर वे कम लागत में अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं।

इस संवाद कार्यक्रम में भूमि संरक्षण अधिकारी मनोज सिंह, जिला कृषि अधिकारी विनोद कुमार यादव, कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक, एफपीओ प्रतिनिधि, फूड प्रोसेसिंग उद्योग से जुड़े लोग और बड़ी संख्या में किसान शामिल रहें।
इस अवसर पर वक्ताओं ने किसानों को नई तकनीकों जैसे सिंचाई के आधुनिक साधन, मृदा परीक्षण, जैविक खाद और फसल विविधीकरण पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि कृषि का आधुनिकीकरण ही किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने का सबसे कारगर उपाय है।
Tags
चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*






