अब 3 सदस्यीय जांच समिति खोजेगी बोर्ड लगाने व हटाने वाले का नाम, तब होगी एफआईआर
मेडिकल कॉलेज के बोर्ड को लेकर राजनीति गर्म
बोर्ड लगाने व हटाने को लेकर सपा नेता एक्टिव
मनोज सिंह डब्लू ने किया प्राचार्य घेराव
3 दिन बाद उठेगा रहस्य से पर्दा
चंदौली जिले में मेडिकल कॉलेज के नामकरण को लेकर सैयदराजा के पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू द्वारा प्रभारी प्रिंसिपल के बीच तीखी नोकझोंक हुयी। जिला चिकित्सालय पर लगाए गए बोर्ड को लगाने व और दो दिन के बाद हटाए जाने की बात को लेकर वे कार्रवाई की मांग को लेकर अड़ गए। इस पर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य द्वारा तीन सदस्य टीम गठित कर मामले की जांच करने तथा दोषी के खिलाफ कार्यवाही करने की बात कही तो जाकर मामला शांत हुआ।
बता दें कि जिले में राजकीय मेडिकल कॉलेज चंदौली का शिलान्यास मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा किया गया था। मेडिकल कालेज के शिलान्यास के बाद उसका नामकरण बाबा कीनाराम राजकीय मेडिकल कॉलेज के तौर हुआ। बाद में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा किए गए शिलान्यास के पत्थर को बदलकर इस राजकीय मेडिकल कॉलेज के नाम को अब बाबा कीनाराम स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय चंदौली का नाम दिया गया है, लेकिन विपक्षी पार्टियों के लोगों द्वारा विरोध किए जाने पर इस नाम को ओपन नहीं किया जा रहा है।
आपको याद होगा कि लगभग एक माह पहले मेडिकल कॉलेज के मेन गेट पर बाबा कीनाराम राजकीय मेडिकल कॉलेज चंदौली लिखा गया था, लेकिन जैसे ही इस खबर को चंदौली समाचार ने दिखाया तो उसे भी हटा दिया गया और उसके बाद मुख्यमंत्री के आने से बाद व अधिसूचना लगने से पहले जिला चिकित्सालय के बिल्डिंग पर बाबा कीनाराम स्वशासी राज्य चिकित्सालय महाविद्यालय चंदौली का बोर्ड लगा हुआ था, जिसकी खबर चंदौली समाचार द्वारा प्रमुखता से चलाई जाने के बाद उस बोर्ड को हटाने का काम किया गया है।
इसकी सूचना जैसे ही सैयदराजा के पूर्व विधायक को हुई तो वह दूसरे दिन सुबह ही मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य से मिलकर मेडिकल कॉलेज को लेकर बनी दुविधा दूर करने की बात कही। हालांकि मेडिकल कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य ने कहा कि उनके द्वारा कोई बोर्ड नहीं लगवाया गया है। इस बोर्ड को किसने लगाया है और कौन हटाया है, इसकी तीन सदस्य टीम द्वारा जांच की जाएगी और दोषी के खिलाफ कार्यवाही भी की जाएगी। इतना आश्वासन मिलने के बाद तब जाकर मामला शांत हुआ।
सपा के पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू द्वारा कहा गया कि तीन दिन बाद मेडिकल कॉलेज के नाम के बोर्ड लगाने के मामले का जब उजागर होगा, तब इसके नाम को लेकर आगे की कार्यवाही की जाएगी। अगर हर बार की तरह मामले में लीपापोती हुयी तो फिर आंदोलन की रणनीति बनेगी।
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