पौधा लगाने के बाद बोले- आयुष मंत्री दयालु, पेड़-पौधे धरती का श्रृंगार हैं, इनके संरक्षण से ही जीवन का संतुलन संभव
हरिशंकरी वाटिका से शुरू हुआ वृक्षारोपण महाभियान 2025
पहले दिन 8000 पौधे रोपे गए
वृक्षों में देवताओं का वास
बरगद-पीपल आपदा में भी देते हैं साथ
प्रदेश के आयुष मंत्री दयाशंकर मिश्र 'दयालु' ने बुधवार को चंदौली जिले की तहसील नौगढ़ के हरिशंकरी वाटिका में पूजा-अर्चना कर पौधारोपण महाअभियान 2025 का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा, “पौधे धरती का श्रृंगार हैं। इनका संरक्षण केवल पर्यावरण का ही नहीं, हमारी संस्कृति और स्वास्थ्य का भी रक्षक है। बरगद, पीपल और नीम जैसे वृक्ष संकट के समय जीवन रक्षक सिद्ध होते हैं। कोरोना काल में लोग बरगद के नीचे लेटकर राहत महसूस करते थे।" मंत्री ने यह भी कहा कि "हमारी दादी तुलसी लगाती थीं, पीपल-बरगद की पूजा होती थी, मां शीतला नीम की डाल पर रहती थीं। हमें इस परंपरा को फिर जीवित करना है।

मंत्री दयालु ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में रेगिस्तान से निपटने हेतु गुजरात से दिल्ली तक 500 मीटर चौड़ी हरित पट्टी बनाई जा रही है। यह केवल पौधारोपण नहीं, बल्कि पर्यावरणीय सुरक्षा की राष्ट्रीय योजना है।" उन्होंने कहा कि "आयुष की सातों विधाएं पेड़ों पर आधारित हैं। जब तक औषधीय वृक्ष नहीं होंगे, आयुर्वेद संभव नहीं। आज जब भारत की पारंपरिक चिकित्सा पद्धति की चर्चा विदेशों में हो रही है, हमें इसका मूल—वृक्षों को—संरक्षित करना होगा।"
उन्होंने यह भी जोड़ा, "जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की कमान संभाली थी, तब प्रदेश में 4 करोड़ पौधे थे। आज 52 करोड़ पौधे नर्सरी में तैयार हैं। यह सरकार की पर्यावरणीय प्रतिबद्धता का प्रमाण है।"
"एक पेड़ मां के नाम" – विधायक कैलाश आचार्य की भावुक अपील .....
विधायक कैलाश आचार्य ने सभी से "एक पेड़ मां के नाम" लगाने की भावनात्मक अपील करते हुए कहा कि "जो लोग भूमि नहीं रखते, वे अपने आंगन में तुलसी लगाएं। पेड़ से केवल छाया नहीं, जीवन मिलता है। आंवला लीवर का टॉनिक है, पीपल-बरगद 100% ऑक्सीजन देते हैं।"
जनपद में 64 लाख पौधों का रोपण, जागरूकता के लिए निकाली जा रही है पौधों की बारात - डीएफओ
चंद्रप्रभा रेंज के जलेबिया रोपावनी क्षेत्र की 15 हेक्टेयर भूमि पर 8000 पौधे लगाए गए। प्रभागीय वनाधिकारी बी. शिवशंकर ने बताया कि जिले में 64 लाख पौधे जिलाधिकारी के नेतृत्व में तालाबों, पोखरों, विद्यालयों और कार्यालय परिसरों में रोपे जा रहे हैं। वन विभाग गांव-गांव 'पौधों की बारात' निकालकर जनता को इस अभियान से जोड़ रहा है।
कार्यक्रम में जिलाधिकारी चंद्र मोहन गर्ग, पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे, भाजपा जिलाध्यक्ष काशीनाथ सिह, सीडीओ आर जगत साईं, वृक्षबंधु परशुराम सिंह सहित कई जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित रहे। मुख्य अतिथि सहित अन्य अतिथियों को डीएफओ व जिलाधिकारी द्वारा स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया गया।
उपवन संरक्षक सत्यपाल सिंह, वन क्षेत्राधिकारी नौगढ़ संजय श्रीवास्तव, जैमोहनी के मकसूद हुसैन, चकिया के अश्वनी चौबे, चंद्रप्रभा के अखिलेश दुबे सहित अन्य वन अधिकारी भी उपस्थित रहे।
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