नितिन गडकरी तक पहुंचा मुगलसराय में सड़क का विवाद, सिक्स-फोर लेन विवाद पर जल्द लेंगे एक्शन

केन्द्रीय भूतल परिवहन मंत्री ने लिया मुगलसराय लेन विवाद का संज्ञान
वास्तविक व उपयोगी सड़क का ही होगा निर्माण
प्रशासन की लापरवाही के कारण चंधासी में भी सिक्स लेन निर्माण की रफ्तार धीमी
सड़क चौड़ीकरण का मुद्दा बना हुआ है चर्चा का विषय
प्रशासन की ढुलमुल नीति जारी और जिलाधिकारी ने साध रखा है मौन
चंदौली जिले के मुगलसराय नगर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बाद अब केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने भी सिक्स फोर लेन निर्माण के विवाद को संज्ञान में ले लिया है। उन्होंने सांसद वीरेंद्र सिंह के पत्राचार पर आश्वासन दिया है कि सड़क का निर्माण जनहित में होगा। संबंधित विभाग इसे गंभीरता से लेना चाहिए। लोगों के पास दो-चार पहिया वाहनों की कमी नहीं है। सुगम यातायात के लिए सड़कों का चौड़ा होना अति आवश्यक है। इसलिए विभाग सड़क निर्माण की वास्तविक स्थिति से अवगत कराना होगा और जल्द ही सही फैसला लेना होगा।

बताया जा रहा है कि चंदौली के सपा सांसद वीरेंद्र सिंह ने जनहित के मुद्दे को घार दे दिया है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर जो सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में है। इस नगर को और विकसित करना है। जो कोई भी विभाग अगर लापरवाही कर रहा है उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। सांसद ने अपना दायित्व निभाते हुए इस पूरे मामले को ऊपर तक पहुंचा दिया है। सांसद के पत्र का जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सिक्स लेन निर्माण की पत्रावलियों को तलब किया है। उन्होंने विस्तार से जानकारी मांगी है, ताकि जल्द से जल्ग इस विवाद को निपटाकर सड़क के काम को पूरा कराया जा सके।

सड़क चौड़ीकरण पर प्रशासन ने साध रखा है मौन
लोक निर्माण विभाग में सड़क चौड़ीकरण का मुद्दा चर्चा का विषय बना बुआ है। किसने यह गड़बड़ी की, वह सामने नहीं आ रहा। इस कारण अतिक्रमणकारियों को बचाने का आरोप भी विभाग के साथ ही प्रशासन व सत्ताधारी नेताओं पर खूब लग रहा है। बहरहाल, प्रशासन की लापरवाही के कारण चंधासी में भी सिक्स लेन निर्माण की रफ्तार भी रुक गई है। समन्वय का अभाव व विभाग की उदासीनता के कारण लोगों में गहरी नाराजगी है।
लोक निर्माण विभाग के अनुसार पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर में 1.4 किमी तो चंदासी में 950 मीटर सड़क पर कब्जेदार हैं। इस पूरे परिक्षेत्र में कुल 500 भवन आ रहे हैं। नगर के 200 व दुलहीपुर के 300 भवन हैं। सभी को नोटिस भी पकड़ा दिया गया है। लेकिन, हैरानी की बात यह है कि किसी के यहां अभी तक बुलडोजर नहीं गजरा। ऐसी स्थिति में संबंधित विभागों के ऊपर अंगुलियां उठानी तय है।
वहीं इस पूरे विवाद को सत्ता पक्ष और विपक्ष का विवाद बनाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन हर किसी को यह पता है कि अगर एक बार 4 लेन की सड़क बन जाएगी तो कम से कम 20 सालों तक लोगों को जाम की समस्या से जूझना पड़ेगा। मुगलसराय को जाम से बचाना है तो 6 लेन की सड़क के लिए हर किसी को सोचना होगा। उससे विस्थापित होने वाले लोगों को कहीं और बसाया या रोजी रोजगार का मौका दिया जा सकता है।
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