जिले का पहला ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टलMovie prime

तीरंदाजी प्रतियोगिता में मिर्जापुर मंडल का जलवा, 21 स्वर्ण पदकों के साथ रचा इतिहास

समापन समारोह में शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार के सहायक निदेशक और विद्यालय के पूर्व छात्र डॉ. आकिब अली ने खिलाड़ियों को संबोधित किया।
 

मिर्जापुर मंडल ने जीत के साथ रचा इतिहास

बालक वर्ग में मिर्जापुर के खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन

बालिका वर्ग में भी मिर्जापुर का दबदबा कायम

जीता ओवरऑल चैंपियनशिप का खिताब

आगरा दूसरे और मेरठ तीसरे स्थान पर रहा

चंदौली जिले के सैयदराजा नेशनल इंटर कॉलेज के प्रांगण में तीन दिवसीय प्रदेश स्तरीय विद्यालयी तीरंदाजी प्रतियोगिता का शुक्रवार को भव्य समापन हुआ। प्रतियोगिता के अंतिम दिन रोमांचक मुकाबलों में मिर्जापुर मंडल ने बालक और बालिका दोनों वर्गों में अपना दबदबा कायम रखते हुए ओवरऑल चैंपियनशिप का ताज अपने नाम कर लिया। विजेता खिलाड़ियों को मेडल और शील्ड देकर सम्मानित किया गया।


बालक वर्ग में मिर्जापुर ने दिखाया दम

बालक वर्ग में मिर्जापुर मंडल के खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया। यहां मिर्जापुर ने 13 स्वर्ण पदक जीतकर पहला स्थान हासिल किया। इस वर्ग में आगरा मंडल 9 स्वर्ण पदकों के साथ दूसरे और मेरठ मंडल 6 स्वर्ण पदकों के साथ तीसरे स्थान पर रहा।


बालिका वर्ग में भी मिर्जापुर का जलवा

बालिका वर्ग में भी मिर्जापुर मंडल की खिलाड़ी किसी से पीछे नहीं रहीं। बालिका वर्ग में मिर्जापुर ने 12 स्वर्ण पदक जीतकर पहला स्थान पाया। आगरा मंडल ने 9 और मेरठ मंडल ने 5 स्वर्ण पदक जीतकर क्रमशः दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया।
ओवरऑल परिणाम में मिर्जापुर अव्वल

जब दोनों वर्गों का ओवरऑल परिणाम घोषित हुआ तो मिर्जापुर मंडल ने कुल 21 स्वर्ण पदकों के साथ ओवरऑल चैंपियनशिप जीत ली। वाराणसी मंडल ने 16 स्वर्ण पदक जीतकर दूसरा स्थान प्राप्त किया जबकि आगरा मंडल 15 स्वर्ण पदकों के साथ तीसरे स्थान पर रहा। मैदान तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा और खिलाड़ियों का उत्साह चरम पर पहुंच गया।


मुख्य अतिथियों ने दी बधाई

मुख्य अतिथि वाराणसी मंडल के शिक्षा अपर सचिव डॉ. विनोद राय ने विजेता खिलाड़ियों को बधाई दी और उनकी मेहनत की सराहना की। उन्होंने कहा कि तीरंदाजी न सिर्फ खेल है बल्कि यह जीवन में एकाग्रता और धैर्य का पाठ पढ़ाती है। काशी हिंदू विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक प्रोफेसर ज्ञानेश्वर चौबे ने कहा कि खेल ऊर्जा और आत्मविश्वास से भर देता है और खिलाड़ी अपने अनुशासन से समाज के लिए प्रेरणा बनते हैं।
ग्रामीण क्षेत्र की प्रतिभा ने मन जीता

समापन समारोह में शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार के सहायक निदेशक और विद्यालय के पूर्व छात्र डॉ. आकिब अली ने खिलाड़ियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि ग्रामीण अंचल से निकलकर प्रदेश स्तरीय प्रतियोगिता में सफलता हासिल करना बच्चों के आत्मबल को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि हार और जीत खेल का हिस्सा है, लेकिन इससे प्राप्त अनुभव जीवन को नई दिशा देता है।


निर्णायक मंडल की सराहना

प्रतियोगिता का संचालन उत्तर प्रदेश तीरंदाजी संघ के सचिव योगेंद्र राणा और बलरामकृष्ण यादव की देखरेख में हुआ। निर्णायक मंडल में अशोक सिंह मुख्य निर्णायक रहे जबकि कपिल वर्मा, अभिषेक यादव और गौतम मौर्य ने भी जिम्मेदारी निभाई। प्रतियोगिता के दौरान खिलाड़ियों को निष्पक्ष और बेहतर माहौल प्रदान करने के लिए निर्णायकों की मेहनत की सराहना की गई।
स्वागत और संचालन

समापन समारोह में विद्यालय के प्रधानाचार्य अनिल कुमार सिंह ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन रजनीश राय और भारत भूषण ने संयुक्त रूप से किया। इस दौरान चेयरमैन प्रतिनिधि राजेश कुमार उर्फ बाढू जायसवाल, ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि महेंद्र सिंह, गंगाधर पांडेय, बेचू राम, मदन सिंह, मारकंडेय पाल, पंकज सिंह समेत कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।


आगे की राह

समापन अवसर पर यह घोषणा की गई कि अंडर-14 वर्ग के खिलाड़ी एसएफजीआई की राष्ट्रीय प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगे। अंडर-17 वर्ग के खिलाड़ी झारखंड में और अंडर-19 वर्ग के खिलाड़ी मणिपुर में आयोजित राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में प्रदेश का प्रतिनिधित्व करेंगे।


खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ा

प्रतियोगिता के तीन दिनों तक खिलाड़ियों ने न केवल अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया बल्कि आपसी सौहार्द और अनुशासन का परिचय भी दिया। मिर्जापुर मंडल के खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन के साथ प्रतियोगिता का समापन हुआ। हालांकि अन्य मंडलों के खिलाड़ियों ने भी कड़ी चुनौती दी और यह साबित किया कि प्रदेश में तीरंदाजी की मजबूत प्रतिभा और उज्ज्वल भविष्य मौजूद है।

Tags

चंदौली जिले की खबरों को सबसे पहले पढ़ने और जानने के लिए चंदौली समाचार के टेलीग्राम से जुड़े।*