चंदौली में बाढ़ से निपटने के लिए मॉक ड्रिल, प्रशासनिक तैयारी की परखी गई क्षमता

बाढ़ से निपटने की तैयारी के तहत मॉक ड्रिल का आयोजन
गंगा और कर्मनाशा नदी से घिरे गांवों में बाढ़ का हर साल खतरा
एसडीएम के नेतृत्व में किया गया मॉक अभ्यास
एसडीएम अनुपम मिश्र ने बताया- प्रशासन पूरी तरह सतर्क
चंदौली जनपद में संभावित बाढ़ आपदा से निपटने के लिए व्यापक स्तर पर मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। जनपद के सभी तहसीलों में आयोजित इस पूर्वाभ्यास में प्रशासनिक अमले ने संयुक्त रूप से भाग लेकर राहत और बचाव कार्यों की तैयारियों को परखा। इस अभ्यास का उद्देश्य बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदा के दौरान लोगों को सुरक्षित निकालने, राहत पहुंचाने और समन्वय के साथ कार्य करने की वास्तविक क्षमता को आंकना रहा।

गंगा और कर्मनाशा से घिरा जनपद, हर वर्ष रहता है खतरा
चंदौली जनपद भौगोलिक रूप से गंगा और कर्मनाशा जैसी प्रमुख नदियों से घिरा है, जिससे बाढ़ का खतरा हर मानसून में बना रहता है। जिले के कई गांव हर साल बाढ़ की चपेट में आते हैं, जिससे जनहानि और संपत्ति का बड़ा नुकसान होता है। इसी को ध्यान में रखते हुए यह मॉक ड्रिल आयोजित की गई।

सभी तहसीलों में अलग-अलग बिंदुओं पर पूर्वाभ्यास
मॉक ड्रिल का नेतृत्व संबंधित उप जिलाधिकारियों ने किया। दीनदयाल नगर क्षेत्र में गंगा नदी के किनारे एसडीएम अनुपम मिश्रा, बलुआ गंगा घाट पर सकलडीहा के एसडीएम कुंदन राज कपूर, सदर तहसील में कर्मनाशा नदी के पास एसडीएम दिव्या ओझा, और चकिया व नौगढ़ में कर्मनाशा तथा चंद्रप्रभा नदी के किनारे मॉक अभ्यास किया गया।
नाव, प्राथमिक चिकित्सा और राहत शिविरों का किया गया प्रदर्शन
अभ्यास के दौरान बाढ़ जैसी आपात स्थिति में लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने के लिए नावों का संचालन किया गया। साथ ही प्राथमिक उपचार और राहत शिविरों की व्यवस्थाएं भी दिखाई गईं। मॉक ड्रिल के दौरान यह प्रदर्शित किया गया कि किस प्रकार बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित निकाला जाएगा और उन्हें तत्काल चिकित्सा तथा आश्रय कैसे प्रदान किया जाएगा।
सभी राहत दलों की रही सक्रिय भूमिका
इस पूर्वाभ्यास में पुलिस, होमगार्ड, सिविल डिफेंस, मेडिकल टीम, और एनडीआरएफ की टीमें शामिल रहीं। सभी इकाइयों ने संयुक्त रूप से समन्वय करते हुए राहत और बचाव कार्यों का अभ्यास किया। ग्रामीणों को भी इस प्रक्रिया से अवगत कराया गया, ताकि आपदा के समय वे घबराएं नहीं और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए सूझबूझ से काम लें।
जनता को जागरूक करने का प्रयास
मॉक ड्रिल के माध्यम से स्थानीय निवासियों को यह बताया गया कि बाढ़ जैसी स्थिति में उन्हें क्या करना चाहिए, कौन-से सरकारी संपर्क सूत्रों से सहायता प्राप्त की जा सकती है, और किस तरह की सावधानियां जरूरी हैं।
एसडीएम अनुपम मिश्रा ने बताया कि “प्रशासन पूरी तरह सतर्क और तैयार है। मॉक ड्रिल का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि किसी भी आपदा की स्थिति में राहत और बचाव कार्यों में कोई देरी या लापरवाही न हो।”
इस मॉक ड्रिल ने यह सिद्ध कर दिया कि चंदौली प्रशासन बाढ़ जैसी आपदाओं से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है और आमजन की सुरक्षा को लेकर गंभीर है।
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