लोकसभा में सांसद वीरेंद्र सिंह ने उठाया चंदौली के किसानों का मुद्दा, जानिए और क्या-क्या बोले सांसद

समाजवादी पार्टी के लोकसभा सांसद वीरेंद्र सिंह
लोकसभा में उठाया नहरों की मरम्मत का मामला
चकिया नौगढ़ इलाके के लिए मांगा स्टेडियम
चंदौली जनपद के समाजवादी पार्टी के लोकसभा सांसद वीरेंद्र सिंह ने सोमवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बोलते हुए जनपद चंदौली के किसानों की दुर्दशा का वर्णन किया और कहा कि चंदौली जिले को पूर्वांचल में धान का कटोरा कहा जाता है, जहां पर नहरों का जाल बिछाया गया है, लेकिन नहरों की रखरखाव के अभाव में ये नहरें जर्जर हो रही हैं और किसानों को सिंचाई का पानी भी नहीं मुहैया करा पाती हैं।

संसद में सबसे पहले सांसद ने अपने संबोधन में कुंभ मेला में जाने आने वाले यात्रियों की बात को उठाते हुए कहा कि मौनी अमावस्या के हादसे के बाद प्रयागराज की ओर आने-जाने वाले तमाम यात्रियों को कई तरह की असुविधाओं का सामना करना पड़ा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में भी यात्रियों की सुध लेने वाला कोई नहीं था।
लोकसभा के सांसद ने चंदौली जनपद का जिक्र करते हुए कहा कि 27 साल पहले चंदौली का निर्माण वाराणसी जिले को काटकर किया गया था, लेकिन इतने साल बीत जाने के बावजूद वहां पर ना तो कोई आधारभूत इंफ्रास्ट्रक्चर बना और ना ही जिले स्तर की सुविधा मुहैया हो सकी। अभी भी जिला मुख्यालय पर कई सारी ट्रेनों का ठहराव नहीं होता है, जिससे वहां के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
सांसद वीरेंद्र सिंह ने कहा कि चंदौली जनपद का चयन आकांक्षात्मक जिले के रूप में किया गया है, लेकिन चंदौली जनपद में जिस तरह से कार्य होना चाहिए, वैसे नहीं हो रहा है। चंदौली जिले का आधा से अधिक हिस्सा पहाड़ी और बनवासी इलाके के रहने वाले लोगों का है, जहां तमाम तरह की खेल प्रतिभाएं हैं। ऐसे लोगों को अवसर न मिलने से उनका विकास नहीं हो पाता है। इसलिए वहां पर खेल सुविधाओं के लिए एक बेहतरीन स्टेडियम का निर्माण कराया जाना चाहिए।
इस दौरान सांसद ने जिले में बाबा कीनाराम मेडिकल कॉलेज होने के बावजूद भी जिला स्तर के अस्पताल में चिकित्सा की बेहतरीन सुविधा न होने की बात उठाई और कहा कि सुदूर से आने वाले मरीजों को वहां से अक्सर वाराणसी जिले के लिए रेफर कर दिया जाता है। इसके साथ ही साथ उन्होंने सड़क एवं भूतल परिवहन मंत्री का भी ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि चंदौली जनपद से निकलने वाले एक्सप्रेस वे और हाईवे के किनारे कृषि आधारित उद्योग लगाने की कोशिश की जाए, ताकि किसानों को इसका फायदा मिल सके।
सांसद ने लोकसभा में कहा कि तीन दशक पहले नहरों की सिंचाई से किसान खुशहाल हुआ करते थे लेकिन एक दशक से नहरों के मरम्मत नहीं होने के कारण किसानों के खेतों तक पानी पहुंचना मुश्किल हो रहा है। अब लोग महंगे निजी उपकरणों के सहारे सिंचाई करते हैं, जिस दिन प्रतिदिन उनकी आर्थिक स्थिति खराब होती जा रही है।
सांसद वीरेंद्र सिंह ने कहा कि दीनदयाल उपाध्याय नगर रेलवे जंक्शन पर खाद उतारने का ट्रैक पॉइंट तक नहीं है। इसलिए यहां की खाद वाराणसी जिले में उतरती है, जिससे समय पर खाद और बीज भी नहीं मिल पाती है।
चंदौली जनपद कृषि प्रधान जनपद होने के बावजूद प्रदेश सरकार की उपेक्षा का शिकार होता जा रहा है। संसद में बजट में चंदौली जनपद के लिए विशेष प्राविधान की मांग की, ताकि किसान आधुनिक खेती की ओर बढ़ सकें और किसानों की आय सरकार की मंशा के अनुरूप दोगुनी हो सके।
साथ ही साथ उन्होंने वाराणसी को अयोध्या से जोड़ने के लिए एक एक्सप्रेसवे की मांग की ताकि वाराणसी के साथ-साथ अयोध्या के पर्यटन को भी बढ़ाया जा सके और एक जगह आने वाले तीर्थ यात्रियों को दूसरे जगह आने-जाने में सुविधा हो।
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