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धान का कटोरा चंदौली: नाटी मंसूरी बनी किसानों की पहली पसंद, एक लाख 10 हजार हेक्टेयर में रोपाई का लक्ष्य

चंदौली जिले में किसानों को धान के बीजों पर 50 फीसद की छूट मिल रही है ताकि किसान उन्नत किस्म के बीज की रोपाई कर अच्छी पैदावार कर सकें। साथ ही आय में दोगुनी बढ़ोत्तरी कर सकें।
 

जिले में किसानों की पहली पसंद नाटी मंसूरी

कृषि बीज गोदामों पर नाटी मंसूरी की सबसे अधिक मांग

बीजों पर 50% तक का मिल रहा अनुदान

जिला कृषि अधिकारी ने किसानों से समय से नर्सरी डालने की अपील

चंदौली जिले को धान के कटोरे के रूप में विख्यात इस जिले में किसानों की पहली पसंद नाटी मंसूरी बनी हुई है। क्योंकि यह सर्वाधिक उत्पादन देने वाली धान की बीज है। वर्तमान समय में कृषि बीज गोदामों पर नाटी मंसूरी धान के बीज की डिमांड हो रही है। किसान बीज प्राप्त करने के लिए जुटे हुए हैं। ताकि मानसून के साथ ही धान के बीज डाला जा सके।

आपको बता दें कि जिले में नहरों और माइनरों का जाल बिछा हुआ है। इसके चलते धान की पैदावार अधिक होती है। इससे यह आकांक्षात्मक जिला धान के कटोरे में रूप में विख्यात है। वर्तमान सवमय में धान की रोपाई के लिए नर्सरी डालने की तैयारी में किसान जुट गए हैं। इसके लिए कृषि बीज केंद्रों और निजी प्रतिष्ठानों से उन्नत किस्म के बीज प्राप्त करने में लगे हुए हैं। ताकि धान की नर्सरी मानसून के साथ डाली जा सके। जिले में कुल एक लाख 10 हजार हेक्टेयर रकबे में धान की रोपाई करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। वहीं 1262.66 कुंतल धान के बीज का आवंटित लक्ष्य तय है। इसमें एमटीयू-7029 नाटी मंसूरी सहित मालवीय सुगंधा एचयूआर-917 और बीपीटी 5204 एवं शिआट्स-4 आदि अन्य प्रजातियों के धान की बीज शामिल है। फिलहाल जिले में करीब 70 फीसद किसान नाटी मंसूरी बीज पर ही भरोसा जताते हैं। इससे सर्वाधिक उत्पादन देने वाली नाटी मंसूरी किसानों की पहली पसंद बनी हुई है। वहीं शेष 30 फीसद किसान अन्य प्रजातियों के धान बीज लगाते हैं। धान का बीज कृषि गोदामों से किसानों को वितिरत की जा रही है।

516.90 कुंतल से अधिक बीज वितिरत

चंदौली में कृषि विभाग को विभिन्न प्रजातियों के धान के बीज करीब 893.40 कुंतल प्राप्त हुआ है। इसे सभी विकास खंडों के राजकीय बीज गोदामों पर भेजकर किसानों को वितिरत किया जा रहा है। जिले में शिआट्स-4 धान के बीज 100.20 कुंतल को प्राप्त हुआ है। वहीं एमटीयू 7029 धान के बीज 593.10 कुंतल, एचयूआर-917 धान के बीज 200.10 कुंतल प्राप्त हुआ है। धान के बीज को चंदौली, नियामताबाद, बरहनी, सकलडीहा, चहिनयां, धानापुर, चकिया, शहाबगंज और नौगढ़ विकास खंड के बीज गोदामों से अब तक बीज गोदामों से 516.90 कुंतल से ज्यादा धान के बीज किसानों को वितिरत कर दिया गया है।

बीज पर मिल रही 50 फीसद की छूट

चंदौली जिले में किसानों को धान के बीजों पर 50 फीसद की छूट मिल रही है ताकि किसान उन्नत किस्म के बीज की रोपाई कर अच्छी पैदावार कर सकें। साथ ही आय में दोगुनी बढ़ोत्तरी कर सकें। कृषि विभाग ने किसानों को उन्नत किस्म के बीज की रोपाई करने के लिए जागरूक किया।

पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है गोदामों पर धान का बीज

चंदौली जिले के सभी ब्लाकों में स्थित राजकीय बीज गोदामों एमटीयू-7029 नाटी मंसूरी, मालवीय सुगंधा एचयूआर-917 और शिआट्स-4 एवं बीपीटी 5204 धान का बीज पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। राजकीय बीज गोदामों से किसान को अधिकतम उनके खतौनी के अनुसार 2 हेक्टेयर के लिए ही बीज दिया जा सकता है। बीज पर अनुदान एट सोर्स के माध्यम से तुरन्त दिया जाएगा। ब्लॉक नियामताबाद, चकिया, चंदौली पर जिप्सम उपलब्ध हो गया है। शेष अन्य ब्लॉकों पर शीघ्र ही उपलब्ध करा दिया जाएगा। जिप्सम के उपयोग से मिट्टी की संरचना में सुधार और उसकी जलधारण क्षमता में वृद्धि होती है। इससे मिट्टी की उर्वरा शक्ति और फसल के उत्पादन में वृद्धि होती है। एक बोरी जिप्सम 75 प्रतिशत अनुदान पर किसानों को उपलब्ध कराया जाएगा।

इस संबंध में जिला कृषि अधिकारी विनोद कुमार यादव ने  बताया कि जिले में धान की खेती को लेकर किसान जुट गए हैं। आज भी किसानों की पहली पसंद नाटी मंसूरी बनी हुई है। इससे इस प्रजाति की अधिक डिमांड किसान कर रहे हैं। हालांकि किसानों को नई एवं उन्नत किस्म के बीज की नर्सरी डालने और रोपाई करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। किसान समय से बीज की नर्सरी डालें। इससे पैदावार अच्छी होगी। ,

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