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स्कूल रेडिनेस कार्यक्रम के मूल्यांकन के लिए आयी टीम, जाना कई स्कूलों का हालचाल

विद्या प्रवेश कार्यक्रम के माध्यम से बच्चों को प्रारंभिक शिक्षा की ओर आकर्षित करना और उनकी शैक्षिक नींव को मजबूत करना है।
 

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की ओर से आयी टीम

बुधवार को एनसीईआरटी टीम ने किया दौरा

सकलडीहा  विकास खंड के कई स्कूलों का दौरा करके जानी ग्राउंड रियलिटी

चंदौली जिले में केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की ओर से बुधवार को एनसीईआरटी टीम सकलडीहा पहुंची। टीम ने संचालित विद्या प्रवेश कार्यक्रम एवं उसके अन्तर्गत उत्तर प्रदेश में संचालित स्कूल रेडिनेस कार्यक्रम के मूल्यांकन की हकीकत को परखा। बुधवार को टीम ने ताजपुर विद्यालय के बाद दिघवट प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण एवं पर्यवेक्षण किया।

आपको बता दें कि इस मौके पर विभिन्न बिंदुओं पर विस्तार से जानकारी ली। विद्या प्रवेश कार्यक्रम के माध्यम से बच्चों को प्रारंभिक शिक्षा की ओर आकर्षित करना और उनकी शैक्षिक नींव को मजबूत करना है। इस कार्यक्रम के तहत 'विद्या प्रवेश' नाम से 3 महीने का प्ले बेस्ड 'स्कूल रेडिनेस मॉड्यूल' विकसित किया गया है। जो बच्चों को शिक्षा के प्रति उत्साहित करने और उनके अधिगम कौशल को बढ़ाने के लिए डिजाइन किया गया है।

बताते चलें कि मूल्यांकन टीम में क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान अजमेर, राजस्थान में असिस्टेंट प्रोफ़ेसर डॉ शेष कुमार शर्मा के साथ जनपद स्तर से फील्ड इन्वेस्टिगेटर हिमांशु कुमार पाण्डेय,, शैलेन्द्र कुमार एवं देवेन्द्र प्रताप के साथ पहले दिन ताजपुर कंपोजिट विद्यालय का निरीक्षण किया गया। दूसरे दिन प्राथमिक स्कूल दिघवट में विद्या प्रवेश एवं स्कूल रेडिनेस कार्यक्रम के सभी पहलुओं का सूक्ष्मता से अध्ययन किया गया एवं इस कार्यक्रम के क्रियान्वयन की वास्तविकता परखी गई।

मूल्यांकन दौरान प्रधानाध्यापक, नोडल शिक्षक, अभिभावकों एवं छात्र- छात्राओं से अलग-अलग साक्षात्कार विस्तृत जानकारी लिया। तथा प्रश्न अनुसूचियों के माध्यम से विद्यालय में क्रियान्वित किए जा रहे कार्यों का विवरण दर्ज किया गया। अंत में विद्यालय के शैक्षिक वातावरण, एम०डी०एम० आदि का भी अवलोकन किया गया।

इस संबंध में भारत सरकार के अधिकारी डॉ शेष कुमार शर्मा ने बताया कि विद्या प्रवेश कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों के बीच शिक्षा के प्रति जिज्ञासा और रुचि को बढ़ाना है तथा शिक्षकों को भी नए शिक्षण तरीकों और संसाधनों से परिचित कराना है, जिससे वे बच्चों को अधिक प्रभावी ढंग से शिक्षित कर सकें। गुरूवार को नईबाजार प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण करेंगे।

इस मूल्यांकन के दौरान प्रधानाध्यापक अश्वनी सिंह, राजकुमार प्रेमी, वरुण पाठक, विद्या प्रजापति, अली हसन आदि रहे।

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