चंदौली में सख्ती से लागू होगी 'नो हेलमेट, नो फ्यूल' की नीति, DM से सवाल पर ARTO साहब की सिट्टी पिट्टी गुम

पुलिस विभाग व गठित टीमें करेंगी पेट्रोल पंपों पर निगरानी
हेलमेट नहीं लगाने पर कटेगा चालान
जिलाधिकारी ने औचक निरीक्षण की कार्यवाही प्रतिदिन करने का दिया फरमान
फोटो खींचकर काटा जाएगा चालान
चंदौली जिले के जिलाधिकारी चंद्र मोहन गर्ग की अध्यक्षता में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में सम्पन्न हुयी, जिसमें डीएम ने जनपद में 'नो हेलमेट, नो फ्यूल' की रणनीति को प्रभावी ढंग से लागू करने के सम्बन्ध में चर्चा की। जिलाधिकारी द्वारा बैठक में निर्देशित किया गया कि पेट्रोल पम्प संचालकों एवं सम्बन्धित अधिकारी को पेट्रोल पम्प पर कोई दो पहिया वाहन चालक द्वारा बिना हेलमेट पहने पेट्रोल भराने हेतु जोर-जबरदस्ती किया जाता है, तो उसकी फोटोग्राफ खींचकर जनपद स्तर पर बने ग्रुप में डाला जाएगा, जिसके सापेक्ष सम्बन्धित अधिकारी द्वारा उस व्यक्ति के विरूद्ध निर्धारित चालान कर उचित कार्यवाही की जाएगी।

जिलाधिकारी ने बताया कि यदि ऐसे दो पहिया वाहन चालक जिन्होंने हेलमेट नहीं पहना है तो उन्हें पम्प संचालक द्वारा पेट्रोल नहीं दिये जाना चाहिए। साथ ही उनको हेलमेट पहने के फायदे बताते हुए पहनने के लिए जागरूक करना चाहिए। जिससे हेलमेट न पहनने के कारण घटित दुर्घटनाओं में मृतकों की संख्या काफी हद तक कमी लायी जा सकती है।

जिलाधिकारी ने बताया कि शासन द्वारा सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता उत्पन्न करने तथा हेल्मेट न पहनने के कारण सड़क दुर्घटनाओं में होनी वाली मृत्यु दर में कमी लाये जाने के उद्देश्य से परिवहन विभाग द्वारा नो हेलमेट, नो फ्यूल की रणनीति को जनपद में लागू किया गया है। जिसके अन्तर्गत जनपद के पेट्रोल पम्प संचालक द्वारा अपने पेट्रोल पम्प पर होर्डिंग लगाये गए हैं। चालक तथा सहयात्री ने हेल्मेट नहीं पहना हो।
नो हेलमेट, नो फ्यूल की समीक्षा एवं सड़क दुर्घटनाओं में मृतकों की संख्या में कमी लाने के उद्देश्य से संबंधित समस्त अधिकारियों को जनपद में कड़ाई से पालन करने हेतु निर्देश दिये। साथ ही पेट्रोल पम्प संचालकों को निर्देशित दिया गया कि किसी भी दशा में बिना हेल्मेट लगाये दो पाहिया वाहन चालकों को पेट्रोल न दिया जाए। उन्होंने कहा कि किसी भी दशा में ओवर लोडिंग,नशे की हालत में,बिना हेलमेट व बिना सीटबेल्ट के तथा गलत दिशा में वाहनों का संचालन किसी भी दशा में न होने पाए। ऐसे करने वालों के खिलाफ सख्ती बरते तथा निर्धारित दण्ड भी लगाए।
डीएम ने कहा कि ब्लैक स्पॉट को चिन्हित कर संभावित कमियों को दूर कर दुर्घटनाओं दर को कम करने का प्रयास करें तथा लोगो को जागरूक करते हुवे अन्य माध्यमों से व्यापक प्रचार- प्रसार करे। बैठक के दौरान जिलाधिकारी द्वारा एआरटीओ से पूछे गए सवालों का सही जवाब देने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की गई तथा भविष्य में गलती को ना दोहराने की सख्त निर्देश दिए गए।
जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को पेट्रोल पंपों का औचक निरीक्षण करते रहने के निर्देश दिए।बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने दुर्घटनाओं को चार श्रेणी में रखने को कहा तथा अगली बैठक में इन चार बिंदुओं की सूचना के साथ उपस्थित हो।
1 - वाहन के प्रकार:- ऐसा करने से हम लोग जान पाएंगे कि अधिक दुर्घटना किस प्रकार के वाहनों से अधिक हो रही है
2- दुर्घटना के कारण :- इससे पता चलेगा कि दुर्घटना गलत दिशा में वाहनों का संचालन,नशे की हालत में वाहन चलाना, ओवर लोडिंग या कोई और कारण है।
3 - दुर्घटना स्थल:- इससे हम लोग ये भी समझ लेंगे कि किस तरह के स्थानों पर घटनाएं अधिक हो रही है,लिंक रोड,आबादी तथा डाइवर्जन सहित अन्य।
4 - दुर्घटना का समय:- ऐसे में हम लोग देख और समझ पाएंगे कि अधिक दुर्घटनाएं किस समय हो रही है।
उन्होंने बताया कि ऐसा करने से हम लोग दुर्घटना के असली कारणों का पता लगाते हुवे उसके रोक थाम करने के लिए योजना बनाकर कार्य करेंगे ताकि दुर्घटनाओं को रोक जा सके। उन्होंने पी डब्लू डी तथा एन एच आई को अंदर पास सहित जितने सड़के हाईवे में मिलती है वहां पर गति सीमा को कम करने हेतु स्पीड ब्रेकर,साइनेज,गति सीमा सहित अन्य गतिविधियां शामिल की जाय।
बैठक के दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी ,अपर पुलिस अधीक्षक एआरटीओ,अधिशाषी अभियंता सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।
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