नौबतपुर में नए स्टाइल से बनेगा नर्सिंग कॉलेज, कैंपस में शुरू हुआ निर्माण कार्य

नौबतपुर में पिलर पर बन रहा नर्सिंग कॉलेज
दलदली जमीन बनी चुनौती तो पाइलिंग तकनीक से होगा निर्माण
9.97 करोड़ की लागत से बनेगा अत्याधुनिक नर्सिंग कॉलेज
चंदौली जिले के नौबतपुर स्थित चिकित्सा महाविद्यालय परिसर में प्रस्तावित नर्सिंग कॉलेज का बहुप्रतीक्षित निर्माण कार्य आखिरकार शुरू हो गया है। विशेष बात यह है कि कॉलेज का निर्माण पिलर आधारित तकनीक से किया जाएगा, जिससे कमजोर और दलदली भूमि पर भी भवन की नींव मजबूत बनी रहे।

दलदली जमीन बनी थी बाधा, अब पिलर से होगा निर्माण
करीब 9.97 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इस नर्सिंग कॉलेज का निर्माण कार्य उप्र प्रोजेक्ट कॉरपोरेशन लिमिटेड (UPPCL) द्वारा किया जा रहा है। शुरुआत में जब जमीन की खुदाई की गई तो दलदली मिट्टी के कारण बुलडोजर धंसने लगे, जिस पर निर्माण कार्य रोक दिया गया। बाद में तकनीकी टीम ने पाइलिंग पर आधारित निर्माण की सलाह दी और इसके लिए नई DPR शासन को भेजी गई, लेकिन वह स्वीकृत नहीं हो सकी।

प्रमुख सचिव के निर्देश से मिला नया रास्ता
18 मई को प्रमुख सचिव, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण पार्थ सारथी सेन शर्मा द्वारा परियोजना स्थल का निरीक्षण किया गया, जिसके बाद उन्होंने पहले से स्वीकृत 3.33 करोड़ रुपये की धनराशि से ही पिलर आधारित निर्माण कराने के निर्देश दिए।
2500 वर्ग मीटर में होगा निर्माण, दो ब्लॉकों की संरचना
नर्सिंग कॉलेज करीब 2500 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में बनाया जा रहा है। इसमें दो अलग-अलग ब्लॉक होंगे — एक शैक्षणिक कार्यों के लिए और दूसरा छात्रावास के लिए। चार मंजिला छात्रावास में 70 कमरे और एकेडमिक ब्लॉक में 108 विद्यार्थियों के बैठने की व्यवस्था की जाएगी।
निर्माण कार्य शुरू, डेढ़ साल में पूरा होने की उम्मीद
अवर अभियंता अमित गौतम ने बताया कि “कॉलेज के निर्माण के लिए 8 मीटर गहराई तक पाइलिंग कराई जा रही है। उम्मीद है कि निर्माण कार्य करीब डेढ़ साल में पूर्ण कर लिया जाएगा।”
इस परियोजना से न केवल चंदौली जिले में चिकित्सा शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि स्थानीय छात्राओं को उच्च स्तरीय नर्सिंग प्रशिक्षण की सुविधा भी अपने जिले में ही उपलब्ध होगी।
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