320 किलोमीटर के ODOP का एक्सप्रेसवे से खुलेंगे विकास के नए रास्ते, चंदौली को भी फायदा

विंध्य पूर्वांचल लिंक बनेगा ओडीओपी का एक्सप्रेसवे
नया एक्सप्रेसवे शुरू होने से 10 फीसदी बढ़ेगी उत्पादों की मांग
320 किलोमीटर होगी लंबाई
विंध्य पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेसवे पूर्वांचल के कई जिलों की तस्वीर बदलने में मददगार साबित होगा। चंदौली का काला चावल, रामनगर की औद्योगिक इकाइयों के सामान, मिर्जापुर का कालीन, स्टोन व खनन वर्क, पीतल संबंधी उद्योग, सोनभद्र में प्राकृतिक संपदाओं के उपयोग से तैयार उत्पादों की पहुंच का दायरा तीव्र होगा। वहीं, बुंदेलखंड के ओडीओपी उत्पाद शजर पत्थर और गौरा पत्थर की कलाकृति, सॉफ्ट ट्वायज को नए बाजार मिलेंगे। नए एक्सप्रेसवे के जरिए छोटे जिलों के बड़े ओडीओपी उत्पादों की मांग में कम से कम 10 फीसदी की वृद्धि का अनुमान है।

यूपीडा द्वारा प्रस्तावित दो नए एक्सप्रेसवे में से एक विंध्य एक्सप्रेसवे 320 किलोमीटर लंबा होगा। ये गंगा एक्सप्रेसवे के अंतिम बिंदु प्रयागराज से सोनभद्र तक बनेगा। इसकी अनुमानित लागत 22400 करोड़ रुपये होगी। ये एक्सप्रेसवे प्रयागराज, मिर्जापुर, वाराणसी, चंदौली और सोनभद्र तक जाएगा। इसके जरिये प्रदेश के करीबी राज्यों मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और झारखंड से सीधा संपर्क होगा। सफर के दौरान करीब तीन से पांच घंटे तक समय घटेगा।
इस एक्सप्रेसवे से मिर्जापुर के ख्याति प्राप्त कालीन, स्टोन व खनन वर्क, पीतल उद्योग, सोनभद्र में खनिज आदि प्राकृतिक संपदाओं के उपयोग और विपणन में दोगुना तेजी आने का अनुमान है। इससे प्रदेश के पिछड़े क्षेत्रों में औद्योगिक विकास की गति को बढ़ावा मिलेगा। इस एक्सप्रेसवे के करीब औद्योगिक विकास क्षेत्र विकसित किए जाएंगे। यह पूरे क्षेत्र को नए इंडस्ट्रियल हब के रूप में होंगे।
इसके अलावा धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण विन्ध्यान्चल, अष्टभुजा, काली खोह, देवरहा बाबा आश्रम तक राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को तीव्र यातायात उपलब्ध होगा। इससे व्यापार में कम से कम 150 फीसदी की ग्रोथ आने की उम्मीद है।
विन्ध्य-पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेसवे प्रस्तावित विन्ध्य एक्सप्रेसवे पर चन्दौली से शुरु होकर पूर्वाचल एक्सप्रेसवे के अंतिम बिंदु गाजीपुर तक बनेगा। करीब 100 किमी लंबे इस लिंक एक्सप्रेस वे की अनुमानित लागत 7000 करोड़ रुपये है। प्रस्तावित लिंक एक्सप्रेसवे से विंध्य व बुन्देलखंड क्षेत्रों का पूर्वांचल से सीधा सम्पर्क होगा। यानी प्रदेश के दक्षिणी एवं पूर्वी क्षेत्रों के विकास में गति आएगी। विन्ध्य व बुन्देलखंड के एक जिला एक उत्पाद के बीच सीधा संपर्क होगा। दोनों उत्पादों को नए बाजार मिलेंगे। वहां से अन्य राज्यों तक सप्लाई में 40 फीसदी की ग्रोथ का अनुमान है।
इस सम्बंध में यूपीडा एसीईओ श्रीहरि प्रताप शाही ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के मुताबिक विंध्य एक्सप्रेसवे और लिंक एक्सप्रेस वे पूर्वांचल के साथ-साथ बुंदेलखंड के जिलों के लिए तरक्की का नया मार्ग बनेंगे। इसका फायदा ओडीओपी उत्पादों को मिलेगा। नया बाजार मिलने से कारोबार बढ़ेगा। साथ ही औद्योगिक कारीडोर पिछड़े जिलों को अग्रणी जिलों की श्रेणी में लाने के लिए नए अवसर के रूप में सामने आएंगे।
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