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अब जिले में किसानों के लिए 'वन ब्लॉक-वन क्रॉप' योजना, किसानों की आय में वृद्धि करने के लिए नया फंडा

चंदौली जिले में साग-सब्जियों, फल-फूल के साथ अन्य फसलों की खेती के लिए शासन ने नई पहल की है। उपयुक्त मिट्टी, वातावरण, सिंचाई को ध्यान में रखते हुए इनकी खेती कराई जाएगी।
 

ब्लॉकवार उपयुक्त फसल चयन कर किसानों को किया जाएगा प्रेरित

किसानों को मिट्टी, वातावरण, सिंचाई को ध्यान में रखते हुए फसलों का करना होगा चयन

 अन्नदाताओं को और अच्छी सुविधा देने की कराई जाएगी व्यवस्था

चंदौली जिले में साग-सब्जियों, फल-फूल के साथ अन्य फसलों की खेती के लिए शासन ने नई पहल की है। उपयुक्त मिट्टी, वातावरण, सिंचाई को ध्यान में रखते हुए इनकी खेती कराई जाएगी। इसके लिए 'वन ब्लाक-वन क्राप' योजना शुरू की गई है। इस योजना में ब्लाकवार उस फसल की खेती पर बल दिया जाएगा, जिससे किसानों की आय में वृद्धि हो। इनकी खेती के लिए अन्नदाताओं को प्रेरित किया जाएगा। उद्यान व कृषि विभाग को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। दोनों विभागों ने समन्वय स्थापित कर ब्लाकवार फसलों का चयन कर लिया और शासन को इसकी सूची भेज दी है। योजना में अन्नदाताओं को सुविधा देने की व्यवस्था कराई जाएगी, ताकि वह चयनित फसल की खेती आसानी से कर सकें।

आपको बता दें कि जनपद के उत्पाद को बढ़ावा देने के लिए शासन ने एक जिला एक उत्पाद योजना की शुरुआत की थी। इस योजना से दो प्रमुख उत्पादों को बढ़ावा दिया गया। ओडीओपी में पहले जरी जरदोजी और बाद में काले चावल का चयन किया गया था। यहां के दोनों उत्पादों की मांग विदेश तक है।

बताते चले कि शासन-प्रशासन के स्तर से इन उत्पादों की बिक्री के लिए बाजार उपलब्ध कराए गए हैं। आनलाइन मार्केटिंग के तहत अमेजन व फ्लिपकार्ट पर भी दोनों उत्पाद उपलब्ध हैं। इसके अतिरिक्त हरी मिर्च भी नेपाल, भूटान व बांग्लादेश तक निर्यात की जाती है। प्रत्येक क्षेत्र की मिट्टी व पैदावार अलग-अलग है। जलवायु, व मिट्टी की उर्वरता के अनुसार ही किसान फसलों की पैदावार लेता है। योजना लागू होने के बाद किसानों को अपनी फसलों का उचित दाम तो मिलेगा ही, साथ ही फसलों को देश विदेश में निर्यात करने से मुनाफा भी हो सकेगा। इसके लिए फसलों की ब्रांडिंग होगी। इसमें कृषि उत्पादक संगठनों (एफपीओ) की मदद ली जाएगी। योजना के तहत खेती करने वाले किसानों को बाजार उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जाएगी।

फिलहाल प्रत्येक ब्लाक में पैदा होने वाली प्रमुख फसलों का डाटा शासन ने मांगा है। इसके बाद किसानों के लिए योजना के बाबत पूरी जानकारी दी जाएगी। चिह्नित फसल की खेती किसान अच्छे ढंग से कर सके। उसकी क्वालिटी निखरे और पैदावार भी बढ़े। इसके लिए समय-समय उन्हें जागरूक किया जाएगा।

इन ब्लाकों में होगी खेती

कृषि व उद्यान विभाग ने 'वन ब्लाक-वन काप' योजना के तहत प्रत्येक विकास खंड की जलवायु और मिट्टी के अनुसार फसलों का चयन किया है। तीन विकास खंडों में काले धान और दो में टमाटर की खेती होगी। टमाटर को ओडीओपी के लिए प्रस्तावित किया गया था। लेकिन, इसका चयन नहीं हो सका। विभाग के अनुसार, चहनियां में हरी मिर्च, नियामताबाद व नौगढ़ में टमाटर, चंदौली में गेंदा फूल, बरहनी में जीरा 32 (जेआर32), चकिया व बरहनी में काले धान और धानापुर में मसूर की खेती कराई जाएगी।

इस संबंध में उप निदेशक कृषि भीमसेन ने बताया कि 'वन ब्लाक-वन क्राप' योजना के तहत फिलहाल प्रत्येक ब्लाक की प्रमुख फसलों के बारे में शासन से से सूचना मांगी गई थी। सर्वे के बाद ब्लाकवार फसलों की सूचना भेज दी गई है। योजना के तहत अगले खरीफ, रबी व जायद के सीजन सभी फसलें उगाई जाएंगी।


 

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