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ऐसी मनमानी नहीं रुकी तो फिर टूट सकता है कर्मनाशा नदी का पुल, खड़े होते हैं अवैध बालू लदे ट्रक

UP-बिहार बार्डर व आसपास के इलाकों में पुलिस और परिवहन विभाग द्वारा लगातार की की जा रही चेकिंग तथा खनन विभाग के निगरानी की वजह से अक्सर बालू लगे ओवरलोड ट्रक कर्मनाशा नदी के पुल पर खड़े रहते हैं।
 

चेकिंग के डर से पुल पर ही खड़ी रहती हैं बालू लदी दर्जनों ट्रकें

ट्रकों के खड़ा कर देने से होती है जाम की समस्या

पुल पर अनावश्यक रूप से बढ़ता जा रहा है ओवरलो़ड

 

चंदौली के UP-बिहार बार्डर व आसपास के इलाकों में पुलिस और परिवहन विभाग द्वारा लगातार की की जा रही चेकिंग तथा खनन विभाग के निगरानी की वजह से अक्सर बालू लगे ओवरलोड ट्रक कर्मनाशा नदी के पुल पर खड़े रहते हैं। इस तरह से अवैध रूप से खड़े इन ट्रकों की वजह से एक ओर जहां एक्सीडेंट की संभावना बनी रहती है, वहीं एक बार फिर पुल के टूटने का खतरा मंडराने लगा है। अगर इसी तरह लगातार पुल पर भारी-भारी बालू लदी ओवर लोड गाड़ियों का बोझ बना रहा तो एक बार फिर यह पुल टूट सकता है।  

जिले में सैयदराजा थाना क्षेत्र के नौबतपुर के समीप कर्मनाशा नदी पुल पर अक्सर परिवहन और खनन विभाग की चेकिंग के डर से बालू लदी दर्जनों ट्रकों को ट्रक चालक खड़ी कर देते है ताकि यूपी नौबतपुर में होने वाले चेकिंग से बच सकें। वहीं ट्रकों के खड़ा कर देने से जाम की समस्या बन रहती है। इसके अलावा पुल पर काफी दबाव बढ़ने से संभावित घटना होने का अंदेशा बना रहता है।

यही नहीं बालू की ट्रक तीन से चार लेन का लाइन लगाकर खड़ी हो जाती है। अगर समय रहते विभाग के अधिकारी कार्रवाई नहीं किये तो किसी घटना से इंकार नहीं किया जा सकता है। बीते 29 दिसबंर 2020 को कर्मनाशा नदी का बिहार की तरफ जाने वाला पुल के पिलर में दरार आ गई थी। इस दौरान वाहनों के दबाव को देखते हुए वैकल्पिक व्यवस्था के तहत नदी में सीमेंट पाइप बिछाकर दोनों तरफ का आवागमन शुरू कराया गया था। 

लगभग एक वर्ष तक क्षतिग्रस्त कर्मनाशा नदी पुल का मरम्मत कार्य चला। वहीं पुल के मरम्मत के लिए दिल्ली आदि स्थानों से ब्रिज विशेषज्ञों को बुलाया गया था। जांच के दौरान पता चला कि वाहनों के काफी दबाव से पीलर में दरार आई है। इसके बाद भी विभागीय अधिकारी गंभीर नहीं है। वहीं बिहार की तरफ से प्रतिदिन एक हजार से अधिक बालू की ट्रकें चंदौली होते हुई गंतव्य को रवाना होती हैं। बालू की ट्रकें खनन विभाग का कर तथा आरटीओ से बचने के लिए नौबतपुर कर्मनाशा नदी पुल से लेकर बिहार कर्मनाशा तक सड़क पर खड़े रहते है। जब आगे के चेकिंग का डर नहीं रहता है इसके बाद ही ट्रक चालक रवाना होते हैं।

आपको याद होगा कि  29 दिसबंर 2020 को कर्मनाशा नदी का बिहार की ओर आने जाने वाला पुल के पिलर में दरार आने की वजह से बंद करना पड़ा था, जिसके चलते कई दिनों तक इस पुल पर आना-जाना बंद कर दिया गया था। काफी दूर तक जाम लगा करता था और गाड़ियों को दूसरे रास्ते से आने जाने के लिए मजबूर होना पड़ा था।

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