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सुल्तानपुर-दाउदपुर में पराली जालने से पांच बीघा धान की फसल राख, कई किसानों को भारी नुकसान

चंदौली जिले के सुल्तानपुर और दाउदपुर गांवों में पराली जलाने से लगी आग ने पांच बीघा धान की फसल को नष्ट कर दिया। किसानों ने प्रशासन से कार्रवाई और मुआवजे की मांग की है।

 
 

पराली जलाने से लगी खेत में लगी आग

पांच बीघा धान की फसल जलकर राख

गरीब किसानों को भारी आर्थिक नुकसान

आरोपी पर प्रशासनिक कार्रवाई की मांग उठी

पराली जलाने वालों के खिलाफ ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त

चंदौली जिले के सदर विकासखंड अंतर्गत ग्राम सभा सुल्तानपुर में बुधवार की देर शाम पराली जलाने से बड़ा हादसा हो गया। आग की चपेट में आकर करीब पांच बीघा धान की खड़ी फसल पूरी तरह जलकर नष्ट हो गई। इस घटना से किसानों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है।

किसानों की फसल राख में तब्दील
जानकारी के अनुसार, सुल्तानपुर निवासी सुजीत कुमार मिश्रा की दाउदपुर मौजा स्थित सिवान में लगभग दो बीघा धान की फसल लगी हुई थी। अचानक पास के खेत से आग फैल गई और उनकी पूरी फसल राख हो गई। वहीं दाउदपुर निवासी बहादुर यादव की भी करीब तीन बीघा धान की फसल आग की चपेट में आकर नष्ट हो गई। किसानों के प्रयासों के बावजूद आग पर काबू नहीं पाया जा सका।

पराली जलाने से फैलती रही आग
ग्रामीणों का कहना है कि गहरी गांव के कुछ किसानों द्वारा धान की पराली जलाई जा रही थी। हवा के तेज झोंकों के कारण आग पास के खेतों में फैल गई और देखते ही देखते सुल्तानपुर व दाउदपुर के किसानों की मेहनत पर पानी फिर गया। ग्रामीणों ने बताया कि हर साल पराली जलाने से आसपास की फसलें आग की भेंट चढ़ जाती हैं।

आरोपी पर प्रशासनिक कार्रवाई की मांग
किसानों ने आरोप लगाया कि पराली जलाने वालों पर न तो कोई सख्त कार्रवाई होती है और न ही प्रशासन की ओर से प्रभावी निगरानी रहती है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि समय रहते इस पर रोक नहीं लगाई गई तो भविष्य में भी ऐसी घटनाएं होती रहेंगी।

जिला प्रशासन से मुआवजे की उम्मीद
पीड़ित किसानों ने जिला प्रशासन से मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने और फसल क्षति का आंकलन कर उचित मुआवजा दिलाने की मांग की है। घटना की सूचना स्थानीय स्तर पर दी गई है और अब किसानों को प्रशासनिक कार्रवाई का इंतजार है।

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