इस सड़क के शिलान्यास से किसकी हो रही है बेइज्जती, सांसद की या विधायक की..जरा बताइएगा

आखिर पत्थर पर नाम लिखवाकर क्यों भूल जाते हैं नेता
विधायक और सांसद प्रतिनिधियों का क्या है काम
कहीं ठेकेदारों के साथ सेटिंग का असर तो नहीं दिख रहा है काम पर
वैसे अगर देखा जाए तो भारतीय जनता पार्टी के नेता किसी भी कार्य का शिलान्यास और घोषणा तो बड़े जोर शोर से करते हैं, लेकिन उसके बाद उस काम का क्या होता है.. इसको देखने वाला कोई नहीं होता है। कुछ ऐसा ही हाल नियमताबाद विकासखंड के पड़ाव डोमरी मार्ग का है, जिसके शिलान्यास करने के बाद से 2 महीने से काम बंद पड़ा हुआ है और अधिकारी तथा राजनेता तरह तरह से बयान देकर जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।
नियामताबाद विकासखंड के पड़ाव-डोमरी मार्ग का शिलान्यास करने के बाद से दो महीने से काम क्यों बंद है..इसका जवाब किसी के पास नहीं है, शिलान्यास के बाद सड़क पर गिट्टी बिछाकर जनता को चोटिल होने के लिए छोड़ दिया है। शिलान्यास होने के दूसरे दिन ही काम बंद हो गया और गिट्टी को जस के तस छोड़ दिया गया। ऐसा करके इस बात का संदेश देने की कोशिश की जा रही है कि नेता व ठेकेदार केवल काम शुरू होने की फोटो खिंचवाने के लिए इस तरह का काम करते हैं।
इस सड़क पर आने जाने वाले लोग दिनभर उड़ रही सड़क की धूल फांकने को लोग मजबूर हैं। वहीं नुकीली गिट्टियों पर आम जन के अलावा स्कूली बच्चे भी दो महीने से चलकर कभी खुद को तो कभी सरकार को कोसते रहते हैं। इसको लेकर लोगों में काफी आक्रोश है।
आपको बता दें कि पड़ाव के चौरहट चौराहे से रतनपुर, भोजपुर और पीएम के आदर्श ग्राम रहे डोमरी तक को जोड़ने वाली मुख्य सड़क वर्षों से बदहाली का दंश झेल रही थी। इस मार्ग पर आधा दर्जन से ज्यादा स्कूल, आश्रम, कॉलेज होने के कारण काफी लोग इधर से गुजरते रहते हैं। इसीलिए लोगों ने कई बार धरना प्रदर्शन करके विधायक का ध्यान खींचा तो मुगलसराय के विधायक रमेश जायसवाल ने सड़क बनवाने का वादा किया। इसके बाद जेसीबी लगाकर पूरी सड़क को उखाड़ दिया गया, ताकि सड़क को जल्द से जल्द बनाया जा सके। इसके बाद सड़क पर तोड़ गए अवशेष और गिट्टियां बिछा दी गयी। इसके बाद 19 दिसंबर 2022 को मुगलसराय विधायक रमेश जायसवाल ने सड़क का शिलान्यास भी कर दिया।
इस दौरान जोर शोर से विधायक रमेश जायसवाल ने कहा था कि उनकी मुगलसराय विधानसभा क्षेत्र में विकास का काम नहीं रुकेगा, लेकिन उनके इसी कथन के बाद शिलान्यास के अगले दिन ही सड़क का निर्माण कार्य बंद हो गया। इसके बाद काम कब व कैसे होगा इसको लेकर न तो ठेकेदार को याद रहा न ही विधायक जी को।

जब विधायक से इसके बारे में पूछा गया तो वह ठेकेदारों को डांटने फटकारने के बजाय कार्य कराने वाले ठेकेदारों और कर्मचारियों की ही पैरवी करने लगे और सारा दोष मौसम को देने लगे। विधायक ने कहा कि ठंड के मौसम में बारिश का डर होता है। मौसम की वजह से निर्माण रुका हुआ था। जल्द ही इस मार्ग का कार्य शुरू हो जाएगा।
ग्राम प्रधानों के सवाल
चौरहट गांव के पूर्व प्रधान जावेद खां ने कहा कि पड़ाव-डोमरी मार्ग के निर्माण के लिए काफी समय से हमलोग मांग कर रहे हैं। विधायक ने जब शिलान्यास किया तो उम्मीद की किरण जगी, लेकिन अगले ही दिन काम बंद हो गया। आखिर जब सड़क बनाना नहीं था तो उसे खोदवा क्यों दिए।
रतनपुर के ग्राम प्रधान जयप्रकाश का कहना है कि दिसंबर में सड़क का शिलान्यास हुआ था उस समय से ही गिट्टी बिछाकर छोड़ दिया गया है। इस पर स्कूली बच्चे अपनी साइकिल व पैदल स्कूल जाते हैं, जिस पर गिरकर वह चोटिल होते हैं। सड़क पर गिट्टी बिछाकर ठेकेदार भूल गए व विधायक जी शिलान्यास करके।
चौरहट के प्रधान सतीश कुमार का कहना है कि जब सड़क बनवानी ही नहीं थी, तो विधायक जी को शिलान्यास करने की जरूरत ही क्या थी। पहले तो लगा कि कितना जोर-शोर से काम होगा, लेकिन लगता है यह काम केवल फोटो खिंचवाने के लिए किया गया था।
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