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पर्यावरण ही मानव जीवन का मुख्य आधार, डॉक्टर परशुराम सिंह ने दी लोगों को नसीहत

चंद स्वार्थ के चलते लोग वृक्षों को काटकर जंगल वीरान करते जा रहे हैं इसे रोकने के लिए बच्चों को घर के लोगों को पेड़ पौधों के महत्व के बारे में बात कर उसकी कटाई पर रोक लगाने के लिए उन्हें प्रेरित करना होगा।
 


इलिया में टीई फाउंडेशन का आयोजन

शाकाहार तथा पर्यावरण विषय पर सेमिनार का आयोजन

पर्यावरण संतुलन पर जोर

चंदौली जिला के इलिया में टीई फाउंडेशन द्वारा संत कबीर शिक्षण संस्थान में पर्यावरण एवं शाकाहार विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसमें स्कूली बच्चों को पर्यावरण के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई तथा मांसाहार से हो रहे प्राकृतिक विनाश के बारे में बताया गया।

environmental education

  मुख्य अतिथि वृक्ष बंधु डॉ परशुराम सिंह ने कहा कि संतुलित पर्यावरण ही मानव जीवन का मुख्य आधार है। पर्यावरण का संतुलन कैसे रहेगा इसके लिए पेड़ पौधों का होना बहुत जरूरी है। चंद स्वार्थ के चलते लोग वृक्षों को काटकर जंगल वीरान करते जा रहे हैं इसे रोकने के लिए बच्चों को घर के लोगों को पेड़ पौधों के महत्व के बारे में बात कर उसकी कटाई पर रोक लगाने के लिए उन्हें प्रेरित करना होगा। साथ ही अपने तथा घर के लोगों को एक-एक, दो-दो पौध अपने हाथों से लगाकर उसके रखवाली करने की जिम्मेदारी भी देनी होगी।

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 शिक्षण संस्थान के प्रबंधक राधाकृष्णन जायसवाल ने कहा कि मांसाहार से समाज में विकृतियां फैल रही है। मांसाहार का सेवन करने के कारण पशुओं का हिंसा भी तेजी से हो रहा है। वन्य जीव पर्यावरण में सहायक है पशुओं के मांस का सेवन करने के कारण वन्य जीवों पर भी हिंसा हो रहा है, जो प्राकृतिक विनाश का कारण बनता जा रहा है। जबकि शाकाहार मानव जीवन के लिए हर तरह से उपयोगी है। इसके पूर्व मां सरस्वती के तैलचित्र पर दीप प्रज्वलन तथा माल्यार्पण के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।

  इस दौरान मुख्य अतिथि वृक्ष बंधु डॉ परशुराम सिंह को संस्थान की ओर से स्मृति चिन्ह भी भेंट किया गया। इस अवसर पर फाउंडेशन के करुणेश पांडेय, महानंद पटेल, स्कूल के शिक्षक तथा भारी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

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